लक्ष्य का पीछा करते हुए कुछ विकेट कम गिरने चाहिये थे : नेट स्किवेर ब्रंट

लक्ष्य का पीछा करते हुए कुछ विकेट कम गिरने चाहिये थे : नेट स्किवेर ब्रंट

लक्ष्य का पीछा करते हुए कुछ विकेट कम गिरने चाहिये थे : नेट स्किवेर ब्रंट
Modified Date: October 7, 2025 / 11:13 pm IST
Published Date: October 7, 2025 11:13 pm IST

गुवाहाटी, 7 अक्टूबर (भाषा) इंग्लैंड की कप्तान नेट स्किवेर ब्रंट ने मंगलवार को बांग्लादेश के खिलाफ महिला विश्व कप मैच में एक मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआती झटकों के बाद जीत हासिल कर राहत महसूस की लेकिन उन्होंने स्वीकार किया प्रदर्शन इससे बेहतर हो सकता था ।

पूर्व कप्तान हीथर नाइट ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करते हुए अर्धशतक जमाया और इंग्लैंड को बांग्लादेश पर चार विकेट से जीत दिलाई।

इंग्लैंड ने अनुशासित गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश को 178 रनों पर समेट दिया और फिर 46.1 ओवर में छह विकेट पर 182 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया जिसमें नाइट ने नाबाद 79 रनों की पारी खेली।

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मैच के बाद स्किवेर ब्रंट ने कहा, ‘हमने वो किया जो हमें जीत हासिल करने के लिए करना था। यह थोड़ा बेहतर हो सकता था, लेकिन हम जीतकर बहुत खुश हैं।’

उन्होंने कहा ,’चार्ली (डीन) ने आठवें नंबर पर उतरकर अहम साझेदारी की । मुझे लगता है कि उन्होंने काफी दबाव वाली स्थिति में जो संयम दिखाया, वह शानदार था। हमारे कुछ विकेट कम गिरने चाहिये थे ।’’

अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन पर प्रसन्नता जताते हुए उन्होंने कहा ,‘‘उन्हें 178 रन पर आउट करके खुश हूं । शुरुआत में ही मुझे लगा कि सीम पर गेंद डालना थोड़ा आसान था, (एलिस) कैप्सी के ओवर अहम थे, हमारे पास तीन मुख्य स्पिनर हैं, लेकिन कैप्सी का आकर कुछ अहम ओवर करना जरूरी था। मुझे लगा कि यह वाकई बहुत उपयोगी था, हम उन्हें उस स्कोर तक रोक कर वाकई खुश थे ।’’

बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना का मानना है कि उनकी टीम जीत के स्कोर से 20-30 रन पीछे रह गईं।

उन्होंने कहा ,’यह एक अविश्वसनीय मैच था। हमने आखिरी गेंद तक जिस तरह से संघर्ष किया वह अविश्वसनीय था। हमने कुछ विकेट गंवाए और एक साझेदारी भी हुई, लेकिन हमें अंत तक बल्लेबाजी करने के लिए एक स्थापित बल्लेबाज़ की जरूरत थी। हम 20-30 रन पीछे रह गए ।’’

वहीं ‘प्लेयर आफ द मैच ’ नाइट ने कहा ,‘‘ ‘हालात आसान नहीं थे। उनके पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण था ।हमने अंत में एक साझेदारी की। शुरुआत आसान नहीं थी। शुरुआत में मुश्किल दौर से निकलने की कोशिश की। थोड़ा मुश्किल था ।’’

भाषा मोना

मोना


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