नेट अभ्यास के दौरान मुश्किल नेट पिच पर अभिषेक ने दिखाया जलवा
नेट अभ्यास के दौरान मुश्किल नेट पिच पर अभिषेक ने दिखाया जलवा
(कुशान सरकार)
जयपुर, 28 दिसंबर (भाषा) पंजाब के कप्तान अभिषेक शर्मा यहां रविवार की सुबह अपने नेट सत्र के लगभग 10 मिनट बाद रुके और टीम के अपने साथी खिलाड़ी गौरव चौधरी की ओर मुड़े और एक सवाल पूछा जिससे उनके इरादे और कल्पना का पता चलता है।
उन्होंने पूछा, ‘‘क्षेत्ररक्षण कैसा है।’’
अभिषेक ने यह सवाल काल्पनिक क्षेत्ररक्षकों के बारे में पूछा।
ऑफ स्पिनर चौधरी ने तुरंत जवाब दिया, ‘‘मिड ऑफ पर एक रन बचाने के लिए रखा है।’’
इसके बाद जो हुआ वह अनुमानित लेकिन रोमांचक था। अभिषेक ने अपने चिरपरिचित अंदाज में बल्ला घुमाया और गेंद को मैदान से बाहर भेज दिया।
दुनिया के नंबर एक टी20 बल्लेबाज ने लगभग एक घंटे अभ्यास किया और इस दौरान डिफेंस को कोई तवज्जो नहीं दी। उन्होंने जयपुर शहर की सीमा से थोड़ी दूर खेत की जमीन पर बने खूबसूरत अनंतम क्रिकेट ग्राउंड पर कम से कम 45 छक्के लगाए।
यह एक विशेष बल्लेबाजी सत्र जैसा लग रहा था जहां अभिषेक सिर्फ स्पिनरों का सामना करना चाहते थे। एक ऐसी पिच पर ऑफ स्पिनर, लेग स्पिन और बाएं हाथ की धीमी गेंदबाजी का सामना जहां गेंद बार-बार रुककर आ रही थी और अगर गेंदबाज सही जगह पर गेंद डालते तो काफी टर्न मिल रहा था।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मैदानकर्मियों को हल्का रोलर चलाने के लिए कहा लेकिन मुश्किलें कम नहीं हुई क्योंकि नेट गेंदबाजों की गेंदें लगातार परेशान कर रही थीं। कुछ गेंद अप्रत्याशित रूप से ऊपर उठ रही थीं जबकि कुछ खतरनाक तरीके से नीचे रह रहीं थी।
जब भी लेंथ थोड़ी छोटी होती तो अभिषेक को परेशानी होती लेकिन जिस तरह से वह अपने पैरों का इस्तेमाल कर रहे थे वह देखना बहुत शानदार था।
गेंद को खेलने से चूकने और उछलते हुए देखने के बाद वह पिच पर आगे बढ़ते और अपने बल्ले से निशान पर टैप करते और फिर अपनी महारत दिखाते।
छोटी लेंथ की गेंद पर वह पिच पर आगे बढ़कर ऑफ स्पिन और गुगली (जो बाएं हाथ के बल्लेबाज से दूर जाती थी) के खिलाफ एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से इनसाइड-आउट शॉट लगाते थे।
कम से कम पांच बार गेंद पास की एक ऊंची रिहायशी इमारत के परिसर में गिरी।
इनसाइड-आउट शॉट इतनी बार दोहराया गया कि टीम के मुख्य कोच संदीप शर्मा ने मजाक में कहा, ‘‘तू अपना शतक पूरा करने के लिए सिर्फ एक्स्ट्रा कवर के ऊपर ही छक्के मारना चाहता है।’’
गलत शॉट के लिए शॉर्ट एक्स्ट्रा कवर पर एक लाल क्षेत्ररक्षण नेट लगाया गया था । वह एक बार उस जाल में फंस गए लेकिन जल्दी ही सामंजस्य बैठाया और कुछ सीधे छक्के मारने का फैसला किया।
जब 25 साल का खिलाड़ी बाकी टीम के लगभग 45 मिनट बाद ट्रेनिंग के लिए आया तो वह पांच केंद्रीय पिच में से एक पर अभ्यास करना चाहते थे। ये सभी लाल मिट्टी की पिचें थीं।
हालांकि मैच की पिच तय नहीं हुई थी इसलिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों के अनुसार उन्हें वहां बल्लेबाजी करने की इजाजत नहीं थी।
फिर उन्होंने लगभग 40 मिनट तक बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी की और मुख्य कोच तथा सहायक कोच उदय कौल के साथ बल्लेबाजी के बारे में बात की।
जब पूरी टीम का सत्र पूरा हो गया तो कप्तान के लिए पैड पहनने का समय था।
उन्होंने शुरू में तेज गेंदबाजों का सामना करने का फैसला किया लेकिन एक युवा नेट गेंदबाज लगातार पांचवें स्टंप की लाइन पर गेंदबाजी कर रहा था जिससे अभिषेक ने सलाह दी, “भाई, तुम स्टंप्स के करीब गेंदबाजी करो।’’
दुनिया के सबसे बेहतरीन टी20 बल्लेबाजों में से एक अभिषेक ने खुद को हर कीमत पर आक्रमक करने के लिए तैयार किया है जो टीम की सामूहिक सोच को दिखाता है।
छक्के मारना उनके लिए स्वाभाविक लगता है। एक घंटे के नेट सत्र के दौरान वह तीन से चार बार आउट हुए और हर बार डिफेंस करते हुए।
आक्रामक रवैया दिखाते हुए वह हमेशा नियंत्रण में दिखे। कुछ ऐसा ही भारत अगले नौ हफ्तों में देखने की उम्मीद करेगा।
भाषा सुधीर नमिता
नमिता

Facebook



