एएफआई ने फेड कप से पहले एथलीटों के लिए कम से कम एक प्रतियोगिता में भाग लेना अनिवार्य किया

एएफआई ने फेड कप से पहले एथलीटों के लिए कम से कम एक प्रतियोगिता में भाग लेना अनिवार्य किया

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Modified Date: April 3, 2025 / 05:08 PM IST
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Published Date: April 3, 2025 5:08 pm IST
एएफआई ने फेड कप से पहले एथलीटों के लिए कम से कम एक प्रतियोगिता में भाग लेना अनिवार्य किया

(फिलेम दीपक सिंह)

नयी दिल्ली, तीन अप्रैल (भाषा) भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने 2025 सत्र की पहली राष्ट्रीय चैंपियनशिप फेडरेशन कप में भाग लेने के लिए एथलीटों के लिए कम से कम एक क्षेत्रीय प्रतियोगिता या ग्रां प्री जैसी देशव्यापी एकदिवसीय प्रतियोगिता में भाग लेना अनिवार्य कर दिया है।

ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि एथलीट पूरी तैयारी के साथ आएं या उनके प्रदर्शन में निरंतरता हो क्योंकि 27-31 मई तक कोरिया में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम का चयन फेडरेशन कप में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा जिसका आयोजन 21-24 अप्रैल तक केरल के कोच्चि में किया जाएगा।

हालांकि एएफआई द्वारा प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजे गए दोहरे ओलंपिक पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ियों को इस नियम से छूट दी जाएगी।

एएफआई ने एक सर्कुलर में कहा, ‘‘इस प्रतियोगिता (फेडरेशन कप) में भाग लेने के लिए एथलीटों को वर्ष 2025 में एएफआई द्वारा स्वयं आयोजित की जानी वाली प्रतियोगिताओं के क्वालीफिकेशन प्रवेश मानकों को हासिल करना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एथलीटों के लिए 2025 में कम से कम एक क्षेत्रीय प्रतियोगिता (पंजाब, गुजरात, झारखंड, तमिलनाडु में इंडियन ओपन एथलेटिक्स मीट) या चौथे इंडियन ओपन थ्रो/चौथे इंडियन ओपन जंप/छठे इंडियन ओपन 400 मीटर/इंडियन ग्रां प्री में भाग लेना अनिवार्य है।’’

सर्कुलर के अनुसार, ‘‘कृपया ध्यान दें कि केवल 2025 के प्रदर्शनों पर ही विचार किया जाएगा और कोई भी पुराना प्रदर्शन स्वीकार नहीं किया जाएगा।’’

हालांकि फेडरेशन कप, राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप और राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप जैसी प्रमुख प्रतियोगिताओं के लिए प्रवेश मानक निर्धारित करना एएफआई के लिए कोई नई बात नहीं है।

घरेलू कैलेंडर में एएफआई आगामी सत्र में देश के विभिन्न भागों में आठ इंडियन ओपन प्रतियोगिताओं का आयोजन करेगा जिससे कि एथलीटों को उनके मूल स्थानों के निकट अधिक अनुभव मिल सके।

ऐसी ही एक एकदिवसीय प्रतियोगिता एक अप्रैल को पंजाब के संगरूर में हुई थी जबकि फेडरेशन कप से पहले तीन और प्रतियोगिताएं पांच अप्रैल को गुजरात के नाडियाड में, 10 अप्रैल को रांची में और 15 अप्रैल को चेन्नई में होंगी।

एएफआई के प्रवक्ता और पूर्व अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने कहा, ‘‘सभी इकाइयों और एथलीटों को तीन महीने पहले (इस बारे में) सूचित किया गया था और पिछले तीन महीने से यह वेबसाइट पर है। यह केवल यादव दिलाने के लिए एक सर्कुलर था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एथलीट अधिक प्रतियोगिताओं की मांग कर रहे हैं और फिर इसमें हिस्सा नहीं लेते।’’

अभी तुर्की में ट्रेनिंग कर रहे चोपड़ा ने आश्चर्यजनक रूप से पिछले साल भुवनेश्वर में फेडरेशन कप में भाग लिया था लेकिन अभी यह पता नहीं चला है कि वह इस साल किसी घरेलू प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे या नहीं। वह तब 2021 सत्र के बाद पहली बार किसी घरेलू प्रतियोगिता में भाग ले रहे थे।

एएफआई अधिकारी ने कहा, ‘‘नीरज इस साल किसी घरेलू प्रतियोगिता में भाग लेंगे या नहीं, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।’’

जनवरी में यह घोषणा की गई थी कि भारत मई में स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली एक वैश्विक भाला फेंक प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा जिसमें टूर्नामेंट की आयोजन टीम में चोपड़ा भी शामिल होंगे।

इस प्रतियोगिता को विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सबेस्टियन को का समर्थन मिला है लेकिन तब से आयोजन की तिथि और स्थल के बारे में कोई अपडेट नहीं है।

अगर भारत में भाला फेंक प्रतियोगिता अगले महीने के पहले हिस्से में आयोजित नहीं होती है तो 27 वर्षीय चोपड़ा 16 मई को दोहा डाइमंड लीग में अपना सत्र शुरू कर सकते हैं। उनके एशियाई चैंपियनशिप में भाग लेने की संभावना नहीं है क्योंकि इस साल उनका मुख्य लक्ष्य 13-21 सितंबर तक तोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में अपने खिताब का बचाव करना होगा।

चेन्नई में 20-24 अगस्त तक आयोजित होने वाली राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप भारतीय एथलीटों के लिए विश्व चैंपियनशिप के लिए पात्रता हासिल करने वाली अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिता होगी।

भाषा सुधीर

सुधीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)