सेना ने केआईडब्ल्यूजी खिताब बरकरार रखा, गुलमर्ग को शीतकालीन खेलों का केंद्र बनाने की योजना

सेना ने केआईडब्ल्यूजी खिताब बरकरार रखा, गुलमर्ग को शीतकालीन खेलों का केंद्र बनाने की योजना

सेना ने केआईडब्ल्यूजी खिताब बरकरार रखा, गुलमर्ग को शीतकालीन खेलों का केंद्र बनाने की योजना
Modified Date: March 12, 2025 / 09:21 pm IST
Published Date: March 12, 2025 9:21 pm IST

गुलमर्ग (जम्मू-कश्मीर), 12 मार्च (भाषा) भारतीय सेना की टीम बुधवार को यहां लगातार दूसरे साल ‘खेलो इंडिया’ शीतकालीन खेलों की चैंपियन बनी। सेना ने 18 पदक (सात स्वर्ण, पांच रजत, छह कांस्य) के साथ अपने खिताब का बचाव किया।

हिमाचल प्रदेश छह स्वर्ण, पांच रजत और सात कांस्य पदक के साथ उपविजेता रहा। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख चार स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य सहित सात पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने समापन समारोह के दौरान भारतीय सेना को चैंपियंस ट्रॉफी प्रदान करने के बाद कहा कि केंद्र सरकार की गुलमर्ग को शीतकालीन खेलों का केंद्र बनाने योजना बना रही है।

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मांडविया ने खेल मंत्रालय से जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ सरकार जम्मू-कश्मीर में खेलों के स्तर को ऊपर उठाने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। हम गुलमर्ग में शीतकालीन खेलों के लिए केंद्र बनाने की योजना बना रहे हैं ताकि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए सर्वोत्तम अवसर और बुनियादी ढांचा मिल सके।’’

उन्होंने कहा कि गुलमर्ग अब भारत के शीतकालीन खेलों के शहर के रूप में भी जाना जाने लगा है।

मांडविया ने कहा, ‘‘मैंने कई अन्य देशों और स्कीइंग स्थलों का दौरा किया है, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि गुलमर्ग कहीं बेहतर है, कहीं सुंदर है। यह दुनिया के सबसे अच्छे पर्यटन और स्कीइंग स्थलों में से एक है। हमें बस इसे और बेहतर बनाने के लिए अवसरों का उपयोग करना है।’’

जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी समापन समारोह में शामिल हुए।

भाषा आनन्द सुधीर

सुधीर


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