भव्या का तैराकी में सातवां स्वर्ण पदक, जैन यूनिवर्सिटी शीर्ष पर

भव्या का तैराकी में सातवां स्वर्ण पदक, जैन यूनिवर्सिटी शीर्ष पर

भव्या का तैराकी में सातवां स्वर्ण पदक, जैन यूनिवर्सिटी शीर्ष पर
Modified Date: November 27, 2025 / 07:47 pm IST
Published Date: November 27, 2025 7:47 pm IST

जयपुर, 27 नवंबर (भाषा) जैन यूनिवर्सिटी की भव्या सचदेवा ने बृहस्पतिवार को यहां खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों (केआईयूजी) में व्यक्तिगत तैराकी स्पर्धाओं में दो स्वर्ण पदक जीतने के बाद महिलाओं की चार गुणा 100 मीटर मेडले रिले में एक और सोने का तमगा जीता जिससे उनके कुल पदकों की संख्या सात हो गई।

भव्या ने पहले दो दिनों में एक व्यक्तिगत और एक रिले स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम परिसर में महिलाओं के 800 मी फ्रीस्टाइल वर्ग में 9:37.41 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक जीतने की शुरूआत की।

इस साल की शुरुआत में एशियाई एक्वाटिक चैंपियनशिप पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भव्या कुछ मिनट बाद पूल में लौटीं और 200 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा 2:13.55 सेकेंड के समय के साथ जीत ली।

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जैन यूनिवर्सिटी के तैराकों ने पूल स्पर्धाओं में दबदबा बनाते हएु 11 स्वर्ण पदकों में से आठ अपने नाम किए हैं जिससे तालिका में उसके स्वर्ण पदकों की संख्या 20 पहुंच गई है।

दूसरे स्थान के लिए गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में बराबरी की टक्कर है। लवली यूनिवर्सिटी ने तीरंदाजी में तीन स्वर्ण और निशानेबाजी में एक स्वर्ण जीतकर अपने स्वर्ण पदकों की संख्या 13 तक पहुंचा दी।

गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी ने अभी तक 14 स्वर्ण पदक जीत लिए हैं। उसने बृहस्पतिवार को तलवारबाजी में सभी तीन टीम स्वर्ण पदक जीते जबकि निशानेबाजी में एक स्वर्ण पदक हासिल किया।

भाषा नमिता मोना

मोना


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