सीएएफए नेशंस कप के पहले मैच में भारत की चुनौती ताजिकिस्तान से

सीएएफए नेशंस कप के पहले मैच में भारत की चुनौती ताजिकिस्तान से

सीएएफए नेशंस कप के पहले मैच में भारत की चुनौती ताजिकिस्तान से
Modified Date: August 28, 2025 / 08:43 pm IST
Published Date: August 28, 2025 8:43 pm IST

हिसोर (ताजिकिस्तान), 28 अगस्त (भाषा) भारत शुक्रवार को यहां सीएएफए नेशंस कप में पहली बार शिरकत करेगा और अपने अभियान की शुरूआत सह मेजबान ताजिकिस्तान के खिलाफ करेगा।

नवनियुक्त मुख्य कोच खालिद जमील के लिए यह चुनौतीपूर्ण टूर्नामेंट है। वह इस आठ देशों के टूर्नामेंट को नौ और 14 अक्टूबर को सिंगापुर के खिलाफ होने वाले एशियाई कप क्वालीफायर दौर के महत्वपूर्ण मैचों की तैयारी के तौर पर ले रहे हैं। टूर्नामेंट में ज्यादातर मध्य एशियाई देश शामिल हैं।

जमील को मोहन बागान सुपर जायंट्स के खिलाड़ियों के बिना भी यहां आना पड़ा। क्लब ने अपने सात खिलाड़ियों को इस आधार पर रिलीज नहीं किया था कि यह टूर्नामेंट फीफा अंतरराष्ट्रीय मैच विंडो में नहीं आता है।

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स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री को भी बाहर रखा गया। जमील ने उनसे बात की थी क्योंकि यह टूर्नामेंट इससे बेहद महत्वपूर्ण एशियाई कप क्वालीफायर की तैयारी के लिए है।

सभी 23 खिलाड़ी आईएसएल क्लबों से हैं जिनमें से कुछ क्लब ने या तो अपनी पहली टीमों के भुगतान या परिचालन रोक दिए हैं क्योंकि आयोजक एफएसडीएल ने 11 जुलाई को शीर्ष स्तरीय लीग को स्थगित कर दिया था।

भारत को ग्रुप बी में रखा गया है और शुक्रवार के बाद उसका सामना एक सितंबर को ईरान और चार सितंबर को अफगानिस्तान से होगा।

इस बीच ग्रुप ए में सह-मेजबान उज्बेकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, तुर्कमेनिस्तान और ओमान शामिल हैं।

प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष टीमें फाइनल में एक-दूसरे से भिड़ेंगी जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाली दो टीमें तीसरे स्थान के लिए मैच खेलेंगी। दोनों मैच आठ सितंबर को खेले जाएंगे।

जमील टूर्नामेंट से पहले बेंगलुरु में अपनी टीम के 10 दिवसीय तैयारी शिविर से संतुष्ट दिखे।

उन्होंने मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हमने सीएएफए नेशंस कप के लिए अच्छी तैयारी की थी। यहां आने से पहले हर खिलाड़ी ने कड़ी मेहनत की थी। इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेना हमारे लिए खुशी की बात है। ’’

भारत और ताजिकिस्तान पहले पांच बार एक-दूसरे से भिड़ चुके हैं जिनमें से मध्य एशियाई देश ने तीन बार जीत हासिल की है। भारतीय टीम को ताजिकिस्तान के खिलाफ एकमात्र जीत एएफसी चैलेंज कप 2008 के फाइनल में मिली थी जिसमें उसने फारसी लायंस को 4-1 से हराया था।

यह नतीजा 18 साल पहले का है। अब ताजिकिस्तान (फीफा रैंकिंग में 106वें स्थान पर) एक अलग टीम है। जमील भारत (फीफा रैंकिंग में 133वें स्थान पर) के लिए प्रतिद्वंद्वी टीम के खतरों से पूरी तरह वाकिफ हैं। लेकिन उनका ध्यान भारतीय टीम के प्रदर्शन पर है।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम उनके (ताजिकिस्तान) बारे में जानते हैं। उनकी टीम मजबूत है और हाल में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। लेकिन हमें अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना होगा और मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। ’’

भाषा नमिता पंत

पंत


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