पाकिस्तान में भारतीय जूनियर टेनिस खिलाड़ियों का रखा जा रहा है अतिरिक्त ध्यान |

पाकिस्तान में भारतीय जूनियर टेनिस खिलाड़ियों का रखा जा रहा है अतिरिक्त ध्यान

पाकिस्तान में भारतीय जूनियर टेनिस खिलाड़ियों का रखा जा रहा है अतिरिक्त ध्यान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:47 PM IST, Published Date : September 13, 2021/7:14 pm IST

… अमनप्रीत सिंह…

नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) शाकाहारी भोजन की व्यवस्था करने से लेकर आग्रह किये बिना ही अभ्यास के लिए स्थलों को आरक्षित करने और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था से पाकिस्तान एशियाई अंडर-12 आईटीएफ क्षेत्रीय क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहे इस्लामाबाद में आठ सदस्यीय भारतीय टेनिस टीम को ’विशेष’ महसूस कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। कुछ भारतीय जूनियर टेनिस खिलाड़ियों ने अलग-अलग आईटीएफ ग्रेड स्पर्धाओं में व्यक्तिगत तौर पर पाकिस्तान में  प्रतिस्पर्धा की है, लेकिन यह पहली बार है कि एक जूनियर राष्ट्रीय टीम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए सीमा पार गयी है। भारतीय डेविस कप टीम ने 1964 के बाद से पड़ोसी देश की यात्रा नहीं की है और नवंबर 2007 में लाहौर में दोनों देशों के बीच मैत्री श्रृंखला के बाद से कोई भी सीनियर खिलाड़ी पाकिस्तान की धरती पर नहीं खेला है। ऐसे में जाहिर है पाकिस्तान भारतीय खिलाड़ियों की मेजबानी करके खुश है, अब चाहे वे महज 12 साल के लड़के और लड़कियां ही क्यों न हों। लड़कों की टीम में आरव चावला, ओजस मेहलावत और रुद्र बाथम शामिल हैं, जबकि लड़कियों की टीम में माया रेवती, हरिथा श्री वेंकटेश और जान्हवी काजला हैं। लड़कों के टीम के कोच पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन आशुतोष सिंह हालांकि 2007 की मैत्री श्रृंखला का हिस्सा थे। आशुतोष ने कहा कि टीम की आधिकारिक जर्सी पर भारत का ध्वज होने के कारण पाकिस्तान पहुंचने से पहले ही लोगों का ध्यान उनकी ओर आकर्षित होने लगा था। उन्होंने इस्लामाबाद से पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘दोहा हवाई अड्डे पर, कुछ लोगों ने हमारी जर्सी पर तिरंगा देखा और वे हमारे समूह पर दिलचस्पी लेने लगे। वे पाकिस्तान के थे और यह जानकर खुश थे कि हम इस्लामाबाद जा रहे हैं। अगर आप एक भारतीय खिलाड़ी हैं, तो वे आप से बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ इससे पहले कि हम आव्रजन डेस्क पर पहुंचते, पाकिस्तान टेनिस महासंघ के पास सभी जरूरी मंजूरियां थीं। वे अतिथि के रूप में हमारा स्वागत कर के खुश थे। हमें होटल पहुंचाने के लिए एक एस्कॉर्ट वाहन का भी इस्तेमाल किया गया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सुरक्षा संबंधी कोई चिंता नहीं थी। बच्चों के माता-पिता भी काफी आश्वस्त थे। अकील खान जैसे पाकिस्तान के सभी शीर्ष खिलाड़ी हमारे अच्छे दोस्त हैं। वे टेनिस को हमेशा राजनीति से दूर रखते हैं।’’ लड़कियों की टीम की कोच नमिता बल पाकिस्तान में मिल रहे विशेष सत्कार से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ वे हमारी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख रहे हैं। जान्हवी हमारे समूह में अकेली शाकाहारी हैं लेकिन वे उनके लिए हर रोज शाकाहारी भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। हमें अभ्यास के लिए कोर्ट ( खेल स्थल) आरक्षित करना होता है लेकिन इस काम को भी वे ही संभाल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ वे ऐसा महसूस नहीं होने दे रहे हैं जिससे हमें लगे कि हम कोई दुश्मन है। वे हमें लगभग 10 बार फोन कर हमारी जरूरतों के बारे में पूछ रहे है। वे हमें सहज महसूस करा रहे हैं।’’ भारत के लड़के और लड़कियां आईटीएफ एशिया 12 एवं अंडर टीम प्रतियोगिता में अपनी-अपनी प्रतियोगिताएं जीतने के दावेदार हैं। यह टूर्नामेंट दक्षिण एशिया क्षेत्रीय क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है, जहां से शीर्ष दो टीमें अगले दौर में जगह बनाएंगी। अगला दौर नवंबर में कजाकिस्तान में आयोजित होगा। भारतीय लड़कों की टीम ने नेपाल को 3-0 से और लड़कियों की टीम ने पाकिस्तान को 2-1 से हराकर सोमवार को अपने अभियान की अच्छी शुरुआत की। पाकिस्तान टेनिस महासंघ (पीटीएफ) के अध्यक्ष सलीम सैफुल्ला खान ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वे ‘सीनियर वरिष्ठ भारतीय टीमों की भी मेजबानी करना पसंद करेंगे’। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के पास वास्तव में कुछ मजबूत खिलाड़ी हैं और उनके साथ खेलने से हमारे खिलाड़ियों को फायदा होगा। हमारे लड़कों और लड़कियों के लिए इन भारतीय बच्चों के खिलाफ खेलना एक अच्छा अनुभव होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी एजेंसियां, विशेष पुलिस बल सतर्क हैं और भारतीय दल की अतिरिक्त देखभाल कर रही हैं। हम बस इतना चाहते हैं कि वे कही भी जाते समय हमें सूचित करें।’’ भाषा आनन्द पंतपंत

 

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