‘खेलो इंडिया बीच गेम्स’ का आयोजन पांच जनवरी से, ‘संडेज ऑन साइकिल’ की पहली वर्षगांठ का मनेगा जश्न

‘खेलो इंडिया बीच गेम्स’ का आयोजन पांच जनवरी से, ‘संडेज ऑन साइकिल’ की पहली वर्षगांठ का मनेगा जश्न

‘खेलो इंडिया बीच गेम्स’ का आयोजन पांच जनवरी से, ‘संडेज ऑन साइकिल’ की पहली वर्षगांठ का मनेगा जश्न
Modified Date: December 19, 2025 / 05:54 pm IST
Published Date: December 19, 2025 5:54 pm IST

नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को घोषणा की कि खेलो इंडिया बीच गेम्स (तटीय खेलों) का दूसरा सत्र पांच से 10 जनवरी तक दीव के ब्लू फ्लैग घोगला बीच पर आयोजित किया जाएगा।

इस आयोजन के साथ ही वार्षिक खेलो इंडिया प्रतियोगिता कैलेंडर की औपचारिक शुरुआत होगी।

मांडविया ने यहां एक बातचीत में कहा, ‘‘ इन खेलों में 800 से अधिक खिलाड़ियों के भाग लेने की उम्मीद है। आयोजन में इसके अलावा 250 से अधिक सहायक कर्मचारियों, 200 से अधिक तकनीकी अधिकारियों के साथ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतियोगिता प्रबंधकों का सहयोग प्राप्त होगा।’’

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इस आयोजन में छह मुख्य खेलों (बीच फुटबॉल, बीच वॉलीबॉल, बीच सेपक टकरा, बीच कबड्डी, पेनकैक सिलाट और ‘ओपन वॉटर’ तैराकी) के साथ ही दो प्रदर्शन खेल ( मल्लखंब और रस्साकशी) को शामिल किया गया हैं।

खेल मंत्री ने कहा, ‘‘ पहले केआईबीजी में राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत भागीदारी देखने को मिली। इसमें मणिपुर और नगालैंड जैसे गैर-तटीय राज्य शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहे। यह समावेशी और भौगोलिक रूप से तटस्थ खेल अवसरों को दिखाते है।’’

ये खेल खुली आयु वर्ग में आयोजित किए जाएंगे, जिसमें खिलाड़ियों का नामांकन राष्ट्रीय खेल संघों द्वारा राष्ट्रीय चैंपियनशिप और योग्यता-आधारित चयन प्रक्रियाओं के माध्यम से किया जाएगा।

इसके साथ ही ‘फिट इंडिया संडेज ऑन साइकिल (रविवार को साइकिल चलाना)’ की पहली वर्षगांठ 21 दिसंबर को तटीय शहर पुडुचेरी में मनाई जाएगी।

पिछले एक साल में इसके 50 से अधिक सत्र आयोजित हो चुके हैं, जिनमें कारगिल से कन्याकुमारी और कोकराझार से राजनांदगांव जैसे स्थान शामिल हैं।

मांडविया के साथ पुडुचेरी में खेल रत्न पुरस्कार विजेता पीआर श्रीजेश और शरथ कमल और विश्व कप में कांस्य पदक जीतने वाली जूनियर पुरुष हॉकी टीम सहित अन्य लोग शामिल होंगे।

पिछले एक साल में इस अभियान में सशस्त्र बलों, डॉक्टरों और पत्रकारों सहित विभिन्न समूहों ने भाग लिया है।

भाषा   आनन्द मोना

मोना


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