कप्तान के तौर पर मेरा आकलन करना मीडिया पर निर्भर: श्रेयस |

कप्तान के तौर पर मेरा आकलन करना मीडिया पर निर्भर: श्रेयस

कप्तान के तौर पर मेरा आकलन करना मीडिया पर निर्भर: श्रेयस

:   Modified Date:  May 25, 2024 / 07:26 PM IST, Published Date : May 25, 2024/7:26 pm IST

… कुशान सरकार …

चेन्नई, 25 मई (भाषा) श्रेयस अय्यर की अगुवाई वाली टीमें पिछले चार वर्षों में दो बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फाइनल में पहुंची हैं लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के इस खिलाड़ी को खुद से ज्यादा सुर्खियां टीम के ‘मेंटोर’ गौतम गंभीर को मिलने से कोई शिकायत नहीं है। श्रेयस की अगुवाई में केकेआर की टीम रविवार को यहां सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आईपीएल के 17वें सत्र का फाइनल खेलेगी। श्रेयस की कप्तानी में इससे पहले 2020 में दिल्ली कैपिटल्स इस लीग के फाइनल में पहुंची थी।  श्रेयस से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि एक कप्तान के रूप में उनकी उपलब्धियों को पर्याप्त महत्व नहीं मिला है। मुंबई के इस खिलाड़ी ने ‘पीटीआई-भाषा’ के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ इस चीज को आप लोगों (मीडिया) ने बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है। मैं कप्तान के तौर पर कैसा रहा हूं यह तय करना आप पर निर्भर है।’’ ‘मेंटोर’ के रूप में गंभीर के योगदान पर पूछे जाने पर श्रेयस ने उन्हें टी20 प्रारूप में खेल को सबसे बेहतर तरीके से समझने वालों में से एक करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘गौतम भाई के बारे में, मुझे लगता है कि उन्हें खेल कैसे खेला जाता है, इसके बारे में बहुत ज्ञान है। उन्होंने केकेआर के साथ पहले दो खिताब जीते हैं। हमें प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ कैसे खेलना है, इस मामले में उनकी रणनीति बिल्कुल सही रही है।’’ श्रेयस को उम्मीद है कि सनराइजर्स के खिलाफ फाइनल में डग-आउट से गंभीर के अमूल्य योगदान से केकेआर शानदार प्रदर्शन करने में सफल होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि हम उनकी समझ के साथ इस लय को जारी रखेंगे।’’ दायें हाथ के इस बल्लेबाज के लिए पिछले छह महीने काफी उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। उन्हें भारत के लिए टेस्ट मैच नहीं खेलने के कारण बीसीसीआई का केंद्रीय अनुबंध गंवाना पड़ा। श्रेयस ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में वापसी की और विदर्भ के खिलाफ उन्होंने दूसरी पारी में 95 रन की अहम पारी खेली। इस 29 साल के खिलाड़ी के लिए हालांकि आईपीएल का यह सत्र बल्ले से बहुत प्रभावी नहीं रहा है और वह टी20 विश्व कप टीम में जगह बनाने की दौड़ में दूर-दूर तक नहीं थे। श्रेयस ने इस बात पर निराशा जताई कि उनकी पीठ की चोट को लेकर लोगों ने विश्वास नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं लंबे प्रारूप में विश्व कप के बाद निश्चित रूप से संघर्ष कर रहा था। जब मैंने चिंता जताई तो कोई इस पर सहमत नहीं हो रहा था। ’’ भारत के लिए तीनों प्रारूपों में 124 मैचों में 4000 से अधिक रन बनाने वाले श्रेयस ने कहा कि उन्होंने बीती बातों पर ध्यान देने की जगह अपने नियंत्रण वाली चीजों पर ध्यान देना सही समझा। उन्होंने कहा, ‘‘जब आईपीएल करीब आ रहा था तो मैं बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था। हम इसमें अपनी योजनाओं और रणनीतियों को मैदान में उतारने में सफल रहे।’’ भाषा आनन्द नमितानमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)