मेरा एक ही संदेश था कि अच्छे से ‘फिनिश’ करना : भारतीय महिला टीम के कोच अमोल मजूमदार
मेरा एक ही संदेश था कि अच्छे से ‘फिनिश’ करना : भारतीय महिला टीम के कोच अमोल मजूमदार
नवी मुंबई , 31 अक्टूबर (भाषा ) घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद कभी भारत के लिये नहीं खेल सके भारतीय महिला टीम के कोच अमोल मजूमदार ने कहा कि सात बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में अपनी टीम को उनका एक ही संदेश था कि अच्छे से ‘फिनिश’ करना है और हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम ने वही किया ।
जीत के लिये रिकॉर्ड 339 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जेमिमा रौड्रिग्स के नाबाद 127 रन और हरमनप्रीत की 89 रन की पारी और तीसरे विकेट के लिये 167 रन की साझेदारी की मदद से भारत ने आस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर तीसरी बार महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया ।
मजूमदार ने जीत के बाद कहा ,‘‘ कोई बड़ा संदेश नहीं था । हम हमेशा एक दूसरे से कहते रहते हैं कि फिनिश अच्छे से करना है । हम आम तौर पर शुरूआत अच्छी करते हैं लेकिन फिनिशिंग पर काम करने की जरूरत रहती है । आज वही दिन था ।’’
ग्रुप चरण में आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से मिली हार के बाद टीम के प्रदर्शन पर ऊंगलियां उठी थी लेकिन मजूमदार अपने लक्ष्य को लेकर स्पष्ट थे ।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले उन्होंने व्हाइटबोर्ड पर एक ही बात लिखी ,‘‘ हमें फाइनल में पहुंचने के लिये बस एक रन अधिक बनाना है ।’’
उन्होंने युवा क्रांति गौड़ और श्री चरणी पर भरोसा रखा जो काम आया ।
मजूमदार ने कहा ,‘‘ क्रांति ने पदार्पण के बाद से शानदार प्रदर्शन किया है । वह प्रतिदिन सीख रही है । रेणुका ठाकुर उसका बखूबी साथ दे रही है ।’’
उन्होंने जेमिमा पर भी पूरा भरोसा रखा और उसे तीसरे नंबर पर भेजने का फैसला मास्टर स्ट्रोक रहा ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे हमेशा से लगता था कि जेमिमा हालात के अनुरूप अपने खेल में बदलाव का माद्दा रखती है और इस एक फैसले से काफी फर्क पड़ा ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हरमन सारे समय शांतचित्त होकर खेली और मुस्कुराती रही । दीप्ति ने सभी की हौसलाअफजाई की और स्मृति भी जोश से भरी रहती है । सभी को अपनी भूमिका पता है और इससे मदद मिलती है ।’’
भाषा मोना
मोना

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