नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) 2030 राष्ट्रमंडल खेल के लिए जल्द ही गठित होने वाली अहमदाबाद की आयोजक समिति इस टूर्नामेंट को 3,000 से 5,000 करोड़ रुपये की परिचालन लागत में आयोजित करने का लक्ष्य रखेगी।
खेलों की योजना बनाने में नजदीकी तौर पर शामिल एक विश्वसनीय सूत्र के अनुसार खेल और सार्वजनिक उपयोगिता सुविधाओं सहित चल रहे बुनियादी ढांचा उन्नयन के लिए अनुमान अभी तय किए जा रहे हैं ताकि इस टूर्नामेंट की कुल लागत को अंतिम रूप दिया जा सके।
सूत्र ने बताया कि गुजरात ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों से जरूरी सबक लिया है क्योंकि वे कई विवादों में घिर गए थे जिनमें बुनियादी ढांचे में देरी, भ्रष्टाचार के आरोप और शुरुआती अनुमान से कहीं अधिक बढ़ी हुई लागत शामिल थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद राष्ट्रमंडल खेलों की परिचालन लागत 3,000 से 5,000 करोड़ रुपये के बीच होगी। इसमें पूंजीगत व्यय शामिल नहीं है जो अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण में लगाया जाएगा जिनमें से कुछ शहरी विकास विभाग द्वारा संभाले जा रहे हैं। ’’
सूत्र ने कहा, ‘‘स्पष्ट है कि सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण पर होने वाला खर्च खेलों की लागत में शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि उसका उपयोग खेलों से आगे भी किया जाएगा। यह एक थोड़ी लंबी प्रक्रिया है और अंतिम अनुमान तक पहुंचने में हमें कुछ समय लगेगा। ’’
खेलों की परिचालन लागत वह खर्च है जो टूर्नामेंट के संचालन पर उसकी निर्धारित अवधि के लिए किया जाता है। इसका कुछ हिस्सा टिकट बिक्री और टूर्नामेंट के दौरान होने वाले व्यावसायिक सौदों से होने वाली आय से पूरा किया जा सकता है।
2010 खेलों की परिचालन लागत 2,600 करोड़ रुपये से थोड़ी अधिक थी जो शुरुआती 635 करोड़ रुपये के अनुमान से बहुत अधिक थी। ये खेल अब तक के सबसे महंगे खेल साबित हुए जिनकी कुल लागत सरकारी खजाने पर 70,000 करोड़ रुपये से अधिक बैठी।
गुजरात के खेल प्रधान सचिव अश्वनी कुमार इस सप्ताह की शुरुआत में ग्लास्गो में मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे और जब अहमदाबाद को 2030 खेलों की मेजबानी सौंपी गई तो उन्होंने बजट पर बात करने से इनकार कर दिया।
लेकिन उन्होंने पीटीआई को पुष्टि की कि एक आयोजन समिति बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है जो एक गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में पंजीकृत हो और जिसे खेलों के बाद भंग किया जा सके।
कंपनी का दर्जा होने के कारण आयोजक समिति पर वित्तीय निगरानी अधिक होगी और इसके दिसंबर के अंत या जनवरी 2026 की शुरुआत तक गठित होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस गैर-लाभकारी कंपनी पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। यह मॉडल 2006 मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेल में अपनाया गया था और 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के बाद कैग द्वारा सुझाया गया था। दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में क्या हुआ उस पर बात नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे लगता है कि सबक ले लिए गए हैं। ’’
मेलबर्न चरण को अब तक के सबसे अच्छे राष्ट्रमंडल खेल में से एक माना जाता है। कुमार ने कहा कि अहमदाबाद की आयोजक समिति हर पहलू में पेशवरपन लाने के लिए काम करेगी और जनवरी के पहले सप्ताह तक काम शुरू कर देगी।
उन्होंने कहा, ‘‘आयोजन समिति में 12 से 15 सदस्य होंगे। ’’
दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के लिए आयोजन समिति एक सोसाइटी के रूप में पंजीकृत थी जिसके अध्यक्ष उस समय के आईओए प्रमुख सुरेश कलमाड़ी थे। आयोजन समिति को तब भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए भारी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
अहमदाबाद राष्ट्रमंडल खेलों के अक्टूबर 2030 में आयोजित होने की उम्मीद है जिसमें 15 से 17 खेल शामिल हो सकते हैं।
भाषा नमिता सुधीर
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