Pakistan Reaction on Indian Women's Cricket Team || Image- ESPN Cricket File
Pakistan Reaction on Indian Women’s Cricket Team: इस्लामाबाद: भारतीय महिला टीम ने रविवार को इतिहास रच दिया। टीम ने वर्ल्ड कप के फाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम को 52 रनों से हराकर विश्वविजेता का खिताब अपने नाम किया। यह पहला मौका है जब कोई एशियाई महिला क्रिकेट टीम चैंपियन बनी है। फाइनल मुकाबले में जीत का जश्न देशभर में मनाया जा रहा है। हर कोई भारतीय महिला टीम को जमकर बधाई और शुभकामनाएं दे रहा है।
भारत के मामलों पर अपनी प्रतिक्रियाएं देने वाला पड़ोसी देश पाकिस्तान की नजर भी इस मुकाबले पर थी। हालांकि पूरा पाकिस्तान इस फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को सपोर्ट करता नजर आया। लेकिन जैसे ही टीम इंडिया ने खिताब अपने नाम किया, पाकिस्तानियों के चेहरे पर उदासी तैरने लगी। वहीं पुरुष टीम के बाद भारतीय महिलाओं के विश्वविजेता बनने के बाद पाकिस्तान के क्रिकेट जगत में हाहाकार मचा हुआ है। वे इस बात को पचा ही नहीं पा रहे हैं कि आखिर भारत का क्रिकेट कैसे हर दिन नई कामयाबियां हासिल कर रहा है और ऊंचाइयों को छू रहा है।
इस बीच पाकिस्तानी मीडिया में बतौर पैनलिस्ट शामिल हुए कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने भारतीय महिला टीम के जज्बे की जमकर तारीफ की है, तो वहीं उन्होंने अपनी राष्ट्रीय टीमों को लताड़ भी लगाई है। उन्होंने कहा कि उनकी टीमों को भारतीय खिलाड़ियों से क्रिकेट खेलना सीखना चाहिए। अब तक जहां पुरुषों की टीम ही कामयाबी के झंडे गाड़ रही थी, वहीं अब बेटियों ने भी कमाल कर दिया है। लेकिन अगर बात पाकिस्तानी बेटियों की करें, तो उन्होंने पूरे मुल्क को खासा निराश किया है। पैनलिस्ट ने कहा कि भारतीय मेंस टीम ने पहले टी-20 विश्वकप अपने नाम किया, फिर चैंपियंस ट्रॉफी जीती और फिर एशिया कप में हमें हमारी औकात बताई। लेकिन अब महिला टीम ने विश्वकप जीतकर यह साबित कर दिया कि क्रिकेट में भारत को कोई पीछे नहीं कर सकता। हम उनके इस प्रदर्शन के आगे नतमस्तक हैं।
Pakistan Reaction on Indian Women’s Cricket Team: इस बीच एक भावुक कर देने वाली तस्वीर भी सामने आई है। दरअसल पीटीआई की टीम इस शानदार जीत के बाद भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर के घर पहुंची थी। यहाँ रेणुका ठाकुर की माँ भी टीम के विश्वविजेता बनने पर इतनी ज्यादा खुश हुई वह अपने बेटी की तस्वीर हाथ में लेकर रोने लगी। रेणुका ठाकुर की माँ ने कहा, “मैं बहुत खुश हूँ, भारत ने विश्व कप जीत लिया। हमारी आँखों में खुशी के आँसू हैं।”
VIDEO | ICC Women’s World Cup: India win the final game against South Africa.
Overwhelmed mother of Indian pacer Renuka Thakur says, “I am very happy, India won the World Cup. We are in tears of joy.”#ICCWomensWorldCup2025 pic.twitter.com/pYzyVKmaWD
— Press Trust of India (@PTI_News) November 2, 2025
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने रविवार को यहां फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर आईसीसी वनडे विश्व कप ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचने के बाद कहा कि इस जीत का श्रेय टीम की हर सदस्य को जाता है। हरमनप्रीत की अगुआई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली आईसीसी ट्रॉफी जीती। हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, ‘‘पूरा श्रेय टीम को, टीम की हर सदस्य को जाता है। हमने लगातार तीन मैच गंवा दिए थे लेकिन इसके बाद जिस तरह से हम खेले। हम जानते थे कि हम चीजों को बदल सकते हैं। हमने खुद पर भरोसा रखा और सकारात्मक रहे। यह टीम जीत की हकदार थी। बीसीसीआई और दर्शकों को समर्थन करने का श्रेय जो उतार चढ़ाव में हमेशा हमारे साथ रहे।’’
Pakistan Reaction on Indian Women’s Cricket Team: हरमनप्रीत ने शेफाली शर्मा की गेंदबाजी पर कहा, ‘‘जब लौरा वोलवार्ट और सुने लुस बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रही थीं तो मैंने शेफाली को देखा। उसने जैसी बल्लेबाजी की थी तो मुझे लगता कि उसे कम से कम एक ओवर तो देना होगा। और यही हमारे लिए टर्निंग प्वाइंट रहा। उसने कहा कि अगर गेंदबाजी करूंगी तो 10 ओवर डालूंगी। उसे श्रेय जाता है। वह काफी सकारात्मक थी। उसे सलाम।’’ हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। पर अंत में वे थोड़े घबरा गए, उसका हमने फायदा उठाया। फिर दीप्ति ने वो विकेट झटक लिए।’’ दीप्ति शर्मा ने फाइनल में 58 रन बनाने के साथ पांच विकेट झटके। उन्हें टूर्नामेंट में 22 विकेट लेने के साथ 200 से अधिक रन बनाकर नया रिकॉर्ड कायम करके ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ और शेफाली वर्मा को 87 रन बनाने के साथ दो विकेट चटकाने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द फाइनल’ चुना गया।
दीप्ति ने कहा, ‘‘यह सपने जैसा महसूस हो रहा है। अच्छा लग रहा है कि मैं इस तरह विश्व कप फाइनल में योगदान दे सकी। मैं हमेशा जिम्मेदारियों का आनंद लेती हूं, चाहे किसी भी विभाग में हूं। मैं परिस्थितियों के अनुरूप खेलना चाहती थी। बतौर आलराउंडर प्रदर्शन करना शानदार रहा। मैं ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ की ट्रॉफी को अपने माता-पिता को समर्पित करना चाहती हूं।’’ फॉर्म में चल रही सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल के चोटिल होने के कारण नॉकआउट में टीम में शामिल हुई शेफाली ने कहा, ‘‘भगवान ने यहां कुछ करने के लिए भेजा था। इस अहसास को बयां नहीं कर सकती। सीधे नॉकआउट में आना मुश्किल था। लेकिन भरोसा था। परिवार का पूरा सहयोग था। फाइनल बहुत महत्वपूर्ण था। यह यादगार क्षण है।’’
उप कप्तान स्मृति मंधाना ने कहा, ‘‘चैंपियन बनकर कैसी प्रतिक्रिया दूं, पता नहीं चल रहा। अभी समय लगेगा। क्रिकेट मैदान में कभी इतनी भावुक नहीं हुई। यह अविश्वसनीय पल है। घरेलू सरजमीं पर विश्व कप जीतना और ‘विश्व चैंपियन’ का ताज बहुत अवास्तविक लग रहा है। हमने कई बार निराशा झेली हैं। हमें जो समर्थन मिला है, उसे बयां नहीं कर सकती। पिछले 40 दिन सपने की तरह बीते। विश्व कप जीतने के लिए 45 दिन तक जागना पड़े तो वो भी करूंगी। हम सभी ने मेहनत की।’’ दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ट ने कहा, ‘‘अपनी टीम पर गर्व है लेकिन भारत ने आज बेहतरीन खेल दिखाया। दुर्भाग्य से हम हार गए।’’ शेफाली (78 गेंद में 87 रन) और दीप्ति (58 रन) के अर्धशतक की बदौलत भारत ने सात विकेट पर 298 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम दीप्ति शर्मा के पांच झटकों के सामने कप्तान लौरा वोलवार्ट (101 रन) के शतक के बावजूद 45.3 ओवर में 246 रन पर सिमट गई। दीप्ति ने 39 रन देकर पांच विकेट झटके। शेफाली वर्मा ने भी दो विकेट और श्री चरणी ने एक विकेट हासिल किया। सलामी बल्लेबाज मंधाना ने 45 रन और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने 34 रन का योगदान दिया।