नई दिल्ली । आर्थिक तंगहाली के दौर से गुजर पाकिस्तान और उसके क्रिकेट बोर्ड को एक और झटका लगा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष एहसान मनी ने दावा किया कि पीसीबी ने आईसीसी की विवाद समाधान समिति में मुकदमा हारने के बाद बीसीसीआई को मुआवजे के रूप में 16 लाख डॉलर यानि तकरीबन 11 करोड़ रुपए की राशि दी है। मनी ने कहा, ‘हमने मुआवजे के मामले में लगभग 22 लाख डॉलर यानि तकरीबन 15 करोड़ रुपए खर्च किए, जो हमने गंवा दिए’
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उन्होंने कहा, ‘इस मामले में भारत को भुगतान की गई राशि के अलावा अन्य खर्च कानूनी फीस और यात्रा से संबंधित थे।’ पीसीबी ने पिछले साल बीसीसीआई के खिलाफ आईसीसी की विवाद समाधान समिति के समक्ष लगभग सात करोड़ डॉलर यानि तकरीबन 780 करोड़ रुपये के मुआवजे का दावा करते हुए मामला दायर किया था।
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पीसीबी ने बीसीसीआई पर दोनों बोर्डों के बीच समझौता ज्ञापन का सम्मान नहीं करने का मामला दर्ज किया किया था। इस समझौते के मुताबिक 2015 से 2023 तक भारत को पाकिस्तान के खिलाफ छह द्विपक्षीय सीरीज में खेलना था, जिसे बीसीसीआई ने नहीं माना है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की दलील थी कि वे पाकिस्तान से इसलिए नहीं खेल पा रहे है क्योंकि सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। भारत ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने समझौता ज्ञापन को कानूनी रूप से बाध्यकारी बताया था। बीसीसीआई ने कहा है कि वह महज एक प्रस्ताव
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भारत -पाक को खेलनी थी 6 द्विपक्षीय सीरीज
पीसीबी ने बीसीसीआई पर दोनों बोर्डों के बीच समझौता ज्ञापन का सम्मान नहीं करने का मामला दर्ज किया किया था। इस समझौते के मुताबिक, 2015 से 2023 तक भारत को पाकिस्तान के खिलाफ 6 द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी, जिसे बीसीसीआई ने नहीं माना है।
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