पीड़ितों पर दबाव डाला जा रहा है, 15 जून तक कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन फिर शुरू करेंगे : प्रदर्शनकारी पहलवान |

पीड़ितों पर दबाव डाला जा रहा है, 15 जून तक कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन फिर शुरू करेंगे : प्रदर्शनकारी पहलवान

पीड़ितों पर दबाव डाला जा रहा है, 15 जून तक कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन फिर शुरू करेंगे : प्रदर्शनकारी पहलवान

:   Modified Date:  June 10, 2023 / 09:11 PM IST, Published Date : June 10, 2023/9:11 pm IST

सोनीपत, 10 जून ( भाषा ) प्रदर्शनकारी पहलवानों ने शनिवार को आरोप लगाया कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह यौन उत्पीड़न के पीड़ितों पर बयान बदलने के लिये दबाव डाल रहा है और अगर 15 जून तक उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपना प्रदर्शन फिर शुरू करेंगे ।

सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया है कि 15 जून तक भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जायेगा । इसके बाद पहलवानों ने अपना प्रदर्शन तब तक स्थगित करने का ऐलान कर दिया था ।

पहलवानों ने सोनीपत जिले में छोटूराम धर्मशाला में पंचायत का आयोजन करके खाप, किसानों और महिला संगठनों को बुलाया था जिन्होंने इस आंदोलन में उनका साथ दिया है ।

पहलवानों ने उन्हें खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से बुधवार को हुई बातचीत के बारे में भी बताया ।

ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा ,‘‘ यह साबित हो चुका है कि बयान धारा 161 और 164 के तहत रिकॉर्ड किये गए और बदल गए हैं । हमें समझ में नहीं आ रहा ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यह साफ है कि नाबालिग के पिता पर दबाव था। दबाव बनाया गया है । हम ऐसे में कितने दिन तक लड़ेंगे।’’

साक्षी ने कहा ,‘‘ बजरंग को फोन आ रहे हैं कि बिक जाओ, टूट जाओ । मीडिया द्वारा गलत नरैटिव गढे जा रहे हैं । इससे हमारा दिल टूट गया है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यही वजह है कि हमने कहा था कि पहले उसे गिरफ्तार करो और फिर जांच करो । वह पुलिस हिरासत में होता तो दबाव नहीं डाल सकता था । वरना एक के बाद एक पीड़ित टूट जायेंगे । उसके बाहर रहने तक डर का माहौल बना रहेगा ।’

उन्होंने कहा ,‘‘ जब तक कोई समाधान नहीं निकलता, हम एशियाई खेलों में भाग नहीं लेंगे । आप समझ नहीं सकते कि हम रोज किस मानसिक यातना से गुजर रहे हैं ।’’

वहीं बजरंग पूनिया ने पंचायत में कहा कि उनके आंदोलन में कोई राजनीति नहीं है ।

बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा ,‘‘ हमने अपने फैसले के बारे में सभी को बताने के लिये पंचायत बुलाई है । अगर 15 जून तक कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो हम अपना प्रदर्शन फिर शुरू करेंगे ।’’

उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने धरना स्थल के बारे में फैसला नहीं लिया है । यह जंतर मंतर पर भी हो सकता है या रामलीला मैदान पर भी ।

पुलिस पहले ही कह चुकी है कि उन्हें जंतर मंतर पर लौटने नहीं दिया जायेगा ।

विनेश फोगाट खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात के दौरान भी मौजूद नहीं थी और आज भी नहीं । इसके बारे में पूछने पर साक्षी और बजरंग ने अलग अलग जवाब दिये ।

साक्षी ने कहा ,‘‘ साक्षी, बजरंग और विनेश एक हैं । विनेश कानूनी पक्ष देख रही है । अफवाहें फैलाई जा रही है कि हम एक एक करके पीछे हट रहे हैं लेकिन हम सब एक है ।’’

बजरंग ने कहा ,‘‘ विनेश बीमार है , इसलिये आज नहीं आई ।’’

दोनों ने महिला पहलवान को दिल्ली में डब्ल्यूएफआई कार्यालय ले जाने की निंदा की ।

भाषा मोना

मोना

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)