इंग्लैंड में अगर भारत की करारी हार होती है तो कोहली टेस्ट संन्यास का फैसला बदल सकते हैं : क्लार्क

इंग्लैंड में अगर भारत की करारी हार होती है तो कोहली टेस्ट संन्यास का फैसला बदल सकते हैं : क्लार्क

इंग्लैंड में अगर भारत की करारी हार होती है तो कोहली टेस्ट संन्यास का फैसला बदल सकते हैं : क्लार्क
Modified Date: June 6, 2025 / 07:44 pm IST
Published Date: June 6, 2025 7:44 pm IST

नयी दिल्ली, छह जून (भाषा) आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को सर्वोपरि मानने वाले विराट कोहली इस प्रारूप से संन्यास का फैसला बदल सकते हैं अगर भारत को इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट की श्रृंखला में करारी हार का सामना करना पड़ता है ।

कोहली ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया । उन्होंने 123 टेस्ट खेलकर 30 शतक समेत 9230 रन बनाये ।

क्लार्क ने ‘बियोंड23’ क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा ,‘‘ मुझे ऐसा लगता है । अगर भारतीय टीम इंग्लैंड में 5 . 0 से हार जाती है तो प्रशंसक यही चाहेंगे कि विराट संन्यास का फैसला बदलकर टेस्ट क्रिकेट फिर खेलें ।’’

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उन्होंने कहा ,‘‘ अगर कप्तान, चयनकर्ता और प्रशंसक ऐसा चाहेंगे तो वह वापसी कर सकता है । उसे अभी भी टेस्ट क्रिकेट से प्यार है । उसके शब्दों में टेस्ट क्रिकेट के लिये उसका जुनून झलकता है ।’’

आरसीबी के पहला आईपीएल खिताब जीतने के बाद कोहली ने कहा था कि वह इस जीत को टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे रखेंगे ।

क्लार्क ने कहा ,‘‘ रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा । मुझे लगता है कि किसी भी टीम को उसकी कप्तानी की कमी खलेगी । वह शानदार कप्तान था । कोहली ने टेस्ट से संन्यास लिया । यह बहुत दुखद था । वह चैम्पियन है और टेस्ट क्रिकेट को उसकी कमी खलेगी ।’’

क्लार्क ने आरसीबी की जीत के जश्न में बेंगलुरू में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई ।

उन्होंने कहा ,‘‘ किसी को चोटिल होते देखना या प्राण गंवाते देखना दुखद है । उम्मीद है कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा । मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को प्रशंसकों के साथ जश्न मनाना चाहिये । स्टेडियम पूरा भरा भी हो तो भी खिलाड़ियों को उसके भीतर ले जाकर एक चक्कर लगाना चाहिये ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ उम्मीद है कि इस घटना के बाद खिलाड़ियों और प्रशंसकों का साथ में जश्न मनाना बंद नहीं होगा । लेकिन आप कभी भी किसी को चोटिल होते या मरते देखना नहीं चाहते । मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनायें । यह एक शानदार सत्र का दुखद अंत रहा ।’’

भाषा मोना आनन्द

आनन्द


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