वाशिंगटन सुंदर फिर से चोटिल, चेन्नई के खिलाफ गेंदबाजी में उनकी कमी खली : मूडी

वाशिंगटन सुंदर फिर से चोटिल, चेन्नई के खिलाफ गेंदबाजी में उनकी कमी खली : मूडी

वाशिंगटन सुंदर फिर से चोटिल, चेन्नई के खिलाफ गेंदबाजी में उनकी कमी खली : मूडी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:31 pm IST
Published Date: May 2, 2022 12:01 pm IST

पुणे, दो मई (भाषा) सनराइजर्स हैदराबाद के मुख्य कोच टॉम मूडी ने खुलासा किया कि वाशिंगटन सुंदर के उस हाथ में फिर से चोट लग गयी है जिससे वह गेंदबाजी करते हैं और इसी कारण से वह चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में गेंदबाजी नहीं कर पाये।

अपने गेंदबाजी वाले हाथ में चोट के कारण वाशिंगटन ने तीन मैचों में बाहर रहने के बाद गुजरात टाइटन्स के खिलाफ वापसी की थी। चेन्नई के खिलाफ रविवार को क्षेत्ररक्षण करते समय में फिर से उनके उसी हाथ में चोट लग गयी। इससे उनका दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अगले मैच में खेलना भी संदिग्ध है।

इस कारण यह ऑफ स्पिनर सनराइजर्स की चेन्नई के हाथों 13 रन की हार के दौरान गेंदबाजी नहीं कर पाया। वह निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिये आये लेकिन केवल दो गेंद का सामना कर पाये।

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मूडी ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके उसी हाथ में चोट लगी है जिसमें पहले लगी थी। पहले चोट पूरी तरह से ठीक हो गयी थी लेकिन वह अंग फिर से चोटिल हो गया है। उसमें हालांकि टांके लगाने की जरूरत नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन दुर्भाग्य से वह गेंदबाजी करने की स्थिति में नहीं था। इससे वास्तव में हमारी गेंदबाजी प्रभावित हुई क्योंकि वह हमारा महत्वपूर्ण गेंदबाज है।’’

तेज गेंदबाज टी नटराजन भी चोटिल होने के कारण चेन्नई के खिलाफ मैच के दौरान बीच में मैदान से बाहर रहे। इससे केन विलियमसन को पांचवें गेंदबाज के रूप में एडेन मार्कराम और शशांक सिंह को गेंद सौंपनी पड़ी जिन्होंने मिलकर चार ओवर किये और उनमें 46 रन लुटाये।

मूडी ने कहा, ‘‘जब आप अपने प्रमुख गेंदबाज को गंवा देते हो तो यह टीम के लिये बड़ा झटका होता है। चोट के कारण नटराजन भी कुछ समय तक मैदान से बाहर रहा। इस तरह से 14वें-15वें ओवर तक सात ओवर ऐसे रहे जो हमारे प्रमुख गेंदबाजों ने नहीं किये। इससे हमने 20-30 रन अधिक गंवाये।’’

भाषा

पंत

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।