ब्राह्मण समाज के लोग अब भाजपा के किसी भी बहकावे में नहीं आएंगे: मायावती | Brahmin community will no longer be misled by BJP: Mayawati

ब्राह्मण समाज के लोग अब भाजपा के किसी भी बहकावे में नहीं आएंगे: मायावती

ब्राह्मण समाज के लोग अब भाजपा के किसी भी बहकावे में नहीं आएंगे: मायावती

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : July 18, 2021/1:17 pm IST

लखनऊ, 18 जुलाई (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को दावा किया कि अगले वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट नहीं देंगे।

मायावती ने यहां मीडिया से कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि अब ब्राह्मण समाज के लोग भाजपा के किसी भी बहकावे में नहीं आएंगे और अगले विधानसभा चुनाव में उसे वोट नहीं देंगे।’’ उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को जागरूक करने के लिए बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में 23 जुलाई को अयोध्या से एक अभियान शुरू किया जा रहा है और ब्राह्मणों को भरोसा दिया जाएगा कि बसपा शासन में ही उनका हित सुरक्षित है।

मायावती ने कहा, ”ब्राह्मण समाज के लोगों ने भाजपा के बहकावे में आकर इनकी (भाजपा) यहां उत्ता प्रदेश में सरकार बनवायी लेकिन अब ब्राह्मण समाज के लोग इस पार्टी (भाजपा) को अपना वोट देकर और इनकी सरकार बनवाकर पछता रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि अन्य सभी समाज के साथ-साथ ब्राह्मण समाज का हित बसपा और हमारी सरकार में ही सुरक्षित रह सकता है, इसलिए 2007 की तरह ब्राह्मण समाज को बसपा से जोड़ने से लिए 23 जुलाई को इनकी धार्मिक भावनाओं को ध्‍यान में रखकर अयोध्या से अभियान शुरू किया जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘आपने कांग्रेस को आजमाया, भाजपा को भी आजमा चुके हैं और अब भाजपा को तिलांजलि देने का सही समय आ गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था का सवाल है तो यहां की जनता वर्तमान भाजपा सरकार की खराब कानून-व्यवस्था व इस सरकार में जातिगत एवं धार्मिक द्वेष आदि की भावना से लोगों का हो रहा शोषण किसी से छिपा नहीं है। इसके चलते अब इस सरकार में ‘अपर कास्ट’ समाज में खासतौर पर ब्राह्मण समाज तो बहुत ज्यादा दुखी है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि ”भाजपा ने दलितों को खूब खिचड़ी खिलाई और कांग्रेस ने भी यही ड्रामा किया। मिट्टी आदि का भरा तसला रखकर कांग्रेसी नेता द्वारा दलितों को रिझाने की खूब कोशिश की गई लेकिन मुझे इस बात पर नाज है कि दलित समाज बहकावे में नहीं आया।”

मायावती ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को सीटें भले कम मिली लेकिन वोट समाजवादी पार्टी से ज्यादा मिला। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण समाज के लोग अपने मान-सम्मान की सुरक्षा तथा अपनी तरक्की के लिए फिर से बसपा से जुड़कर इस बार सर्वसमाज की लोकप्रिय सरकार जरूर बनाएंगे।

बसपा प्रमुख मायावती ने किसानों के मसले को उठाते हुए कहा कि विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए और केंद्र सरकार को जवाबदेह ठहराना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के प्रति सरकार की उदासीनता बेहद दुखद है। बसपा प्रमुख ने कहा कि किसानों की मांगों के संबंध में संसद में केंद्र पर हर तरह का दबाव बनाना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कथित गलत आर्थिक नीतियों की वजह से देश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच महंगाई के आसमान छूने से लोगों के सामने काफी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। मायावती ने कहा, ‘‘मैंने अपनी पार्टी के सांसदों को सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में देश और लोगों के लाभ से संबंधित मामलों को उठाने का निर्देश दिया है। ऐसे कई मामले हैं, जिन पर देश की जनता केंद्र सरकार से जवाबदेही चाहती है।’’

उन्होंने कहा कि बसपा सांसद मानसून सत्र में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि और तीन नये कृषि कानूनों की वापसी से संबंधित मामलों को संसद में उठाएंगे।

भाषा आनन्द अमित

अमित

 

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