नये कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस और प्रसपा का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

नये कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस और प्रसपा का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

नये कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस और प्रसपा का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
Modified Date: November 29, 2022 / 08:40 pm IST
Published Date: September 28, 2020 2:23 pm IST

लखनऊ, 28 सितम्बर (भाषा) संसद में हाल में पारित किये गये कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश में जगह-जगह प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिये हल्का बल प्रयोग किया और बड़ी संख्या में गिरफ्तारी की।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने ‘भाषा’ को बताया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा बनाये गये ‘किसान विरोधी’ तीन कानूनों के खिलाफ कांग्रेस के आह्वान पर प्रदेशव्यापी आन्दोलन के तहत जिलों में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे।

कुमार ने बताया कि कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा, वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और लखनऊ जिला कांग्रेस के अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी को उनके घर पर नजरबंद किया गया।

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उन्होंने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में विधानभवन की ओर बड़ी संख्या में कूच कर रहे कार्यकर्ताओं को परिवर्तन चौक पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बस से इको गार्डन ले गये। देर शाम उन्हें रिहा किया गया।

कुमार ने बताया कि इससे पहले, राजधानी के परिवर्तन चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा बनाये गये नये तीन कृषि कानून देश के अन्नदाता को बदहाली के दौर में पहुंचा देंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि नये कानून में कृषि उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने का जिक्र नहीं होना इस बात की तरफ इशारा करता है कि सरकार ने कृषि व्यवस्था को पूरी तरह से कॉरपोरेट और पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है। सरकार जब तक इन काले कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।

लल्लू ने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस आन्दोलन से इतनी भयभीत है कि कांग्रेस नेताओं को उनके घरों में रात से ही नजरबंद कर दिया गया और पुलिस का पहरा लगा दिया।

इस बीच, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) ने केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों, श्रम कानूनों, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ लखनऊ में प्रदर्शन किया।

प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने एक बयान में कहा कि प्रसपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। फिर हिरासत में लेकर इको गार्डन पहुंची। लाठीचार्ज में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जख्मी हो गये।

पूर्व मंत्री ने कहा कि जुल्म और अत्याचार के आगे प्रसपा कभी नहीं झुकेगी। लोकतंत्र में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का अधिकार सभी को है, यही लोकतंत्र की ताकत है। राजनीतिक प्रक्रियाओं के दमन और लाठीचार्ज के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है।

उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों से प्रसपा कार्यालय पहुंचे थे।

कार्यकर्ताओं का कहना था कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन देने लखनऊ पहुंचे थे लेकिन योगी सरकार ने उन पर लाठियां बरसाईं।

इस बीच, राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने अन्य कई किसान संगठनों की राय से इतर नये कृषि कानूनों को किसानों के लिये फायदेमंद बताया है।

दीक्षित ने विपक्ष पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुए कहा कि नये कानूनों से किसान अपनी उपज को अपनी मर्जी से बेच सकेंगे। इससे वे बिचौलियों के चंगुल से बच सकेंगे।

भाषा सलीम जफर

शफीक


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