मुंबई,15 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री और कांग्रेस नेता नितिन राउत ने तमिलनाडु के एक ग्राम पंचायत के उप प्रधान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है जिस पर बैठक के दौरान दलित महिला पंचायत अध्यक्ष को जमीन पर बैठने के लिए मजबूर करने का आरोप है।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के अनुसूचित जाति (एससी) विभाग के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभा रहे राउत ने तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि दक्षिणी राज्य में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई दलित महिला प्रधान के अपमान से वह आक्रोशित और दुखी हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर एक कथित तस्वीर वायरल हुई जिसमें कुडलोर जिले के तेरुकु तिट्टाई पंचायत की अध्यक्ष एस राजेश्वरी जमीन पर और बाकी लोग कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे थे।
राउत ने कहा कि महिला को ग्राम पंचायत के उपप्रधान मोहन राजन द्वारा जमीन पर बैठने के लिए मजबूर किया गया जबकि बैठक की अध्यक्षता राजेश्वरी को ही करनी थी।
राउत ने 14 अक्टूबर को लिखे पत्र में जोर दिया कि उप प्रधान और अन्य सदस्यों की सदस्यता तुरंत रद्द करने के साथ मुख्य आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि उप प्रधान द्वारा बैठक की अध्यक्षता महिला प्रधान को, दलित होने की वजह से नहीं करने दिया गया ।
राउत ने दावा किया है कि पिछले साल आरक्षित सीट से जीतने के बाद भी राजेश्वरी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने नहीं दिया गया है।
कांग्रेस नेता ने राज्यपाल से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (उत्पीड़न निषेध) अधिनियम को सख्ती से लागू करने और दलित महिलाओं के साथ भेदभाव खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का अनुरोध किया है।
भाषा धीरज मनीषा
मनीषा
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