मैनपाट में हाथियों के उत्पात से 13 घर तबाह, बाल-बाल बचे लोग
मैनपाट में हाथियों के उत्पात से 13 घर तबाह, बाल-बाल बचे लोग
अंबिकापुर। सरगुजा संभाग में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मैनपाट में जमकर उत्पात मचाया है। 9 हाथियों के दल ने बरिमा इलाके में 13 घर को तबाह कर दिया है। गनीमत रही इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। लोगों ने भागकर जैसे-तैसे अपनी जान बचाई। इससे पहले गुरुवार को कोरबा में हाथियों ने एक वृद्ध महिला की जान ले ली थी। महीने भर के अंदर हाथियों के हमले से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। रिहायशी इलाके में हाथियों की मौजूदगी से इलाके के लोग दहशत में हैं रतजगा करने को मजबूर हैं।
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हाथियों के बढ़ते हमले के मद्देनजर वन विभाग की टीम जंगली हाथियों को ट्रैक कर उन्हें रिहायशी इलाकों से खदेड़ने के लिए हाथियों में रेडियो कॉलर लगाने का फैसला किया है। हाल ही में कुछ हाथियों पर ये रेडियो कॉलर भी लगाया गया है। कॉलर के जरिए को ट्रैक करने में आसानी होगी। वन विभाग वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून और वाइल्ड लाइफ SOF के साथ मिलकर अभियान चला रहा है। मध्यभारत में अपने तरह का यह पहला अभियान है।
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अम्बिकापुर में 9 हाथियों और सिरपुर में 3 जंगली हाथियों को रेडियो कॉलर आईडी लगाने का लक्ष्य रखा गया है। वन विभाग ने रेडियो कॉलर लगाने का लाइव वीडियो भी जारी किया है। आपको बतादें छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में हाथियों ने कई लोगों को कुचलकर मार डाला है। हाथी आए दिन यहां घरों, फसलों और लोगों पर जानलेवा हमला करते रहते हैं। पिछले साल तो दर्जनभर हाथी राजधानी तक आ धमके थे। जैसे-तैसे विभाग ने हाथियों को वापस जंगलों में खंदेड़ा था। हाथियों के हमले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने हाथियों में रेडियो कॉलर लगाने का लक्ष्य रखा है। ताकि हाथियों के मूवमेंट का पहले ही अंदाजा लगाया जा सके और उनपर नजर रखी जा सके।
वेब डेस्क, IBC24

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