सोने चांदी के नहीं यहां बांस के गहने मिलते है, विदेशी पर्यटक भी है कायल

सोने चांदी के नहीं यहां बांस के गहने मिलते है, विदेशी पर्यटक भी है कायल

सोने चांदी के नहीं यहां बांस के गहने मिलते है, विदेशी पर्यटक भी है कायल
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: January 14, 2018 6:51 am IST

आप ने अब तक सोने चांदी हीरे मोती के गहने देखे होगें मगर गरियाबंद के बांस शिल्पकारों द्वारा बनाये गये बांस के गहने देख कर आप दंग रह जाएंगे बांस के महीन रेशों पर काफी बारिक कलाकरी कर तैयार किये गये ये गहने बीते दिनों गोवा तथा पुणे में विदेशी पर्यटकों के बीच खूब लोकप्रिय हुए।

संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे रायपुर, तीन दिन चलेगा मंथन

बांस से गहने बनाने का प्रशिक्षण बीते दिनों दो बेंचों में गरियाबंद के डोगरीगांव स्थित हस्तशिल्प बांस प्रशिक्षण केंन्द्र में दिया गया वैसे इस केन्द्र में लगातार बांस से काफी आकर्षक चिजों के निमार्ण का प्रशिक्षण देकर गरियाबंद के बेरोजगार युवकों को ऐसा स्वरोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. जिससे वे अपनी ही नही बल्की उनसे जुड़े कई लोगों की बेरोजगारी दूर कर रहे है।

 ⁠

पत्रकारों को जान से मारे की धमकी पर नक्सलियों का स्पष्टीकरण बताया साजिश

2014 से प्रांरभ हुए इस केन्द्र से अब तक 400 से अधिक युवकों को बांस शिल्कार बनाकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है, जो 50 रू. के पेन स्टेंड से 12 हजार के सोफा सेट तक लगभग 200 प्रकार की सुंदर चिजों का निमार्ण सिखाया जाता है। सबसे खास बात यह है कि इन युवकों को कच्चा माल भी यही से मिल जाता है और इनके बनाएं उत्पादों को बेचने के लिए इन्हें कहीं जाना भी नही पड़ता इसे केंन्द्र लाकर निर्धारित शासकीय दर पर बेचकर तत्काल पैसा प्राप्त कर लेते है. जिसके बाद इनकी बनाई चिजों को प्रदेश तथा देश के विभिन्न बड़े शहरों में बेचा जाता है।

 

वेब डेस्क, IBC24


लेखक के बारे में