GST कलेक्शन सवालों के तीर ! सदन में भी गूंजा कर चोरी का मुद्दा

GST कलेक्शन सवालों के तीर ! सदन में भी गूंजा कर चोरी का मुद्दा

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  • Publish Date - March 3, 2021 / 05:51 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:54 PM IST

रायपुर। छ्त्तीसगढ़ विधानसभा के प्रश्नकाल में आज वाणिज्यिक कर विभाग में टैक्स चोरी रोकने का मामला उठा.. कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा और प्रकाश नायक ने सवाल उठाते हुए विभागीय मंत्री से सवाल पूछा कि जीएसटी टैक्स चोरी रोकने के लिए कितने जगहों पर छापे मारे गए.. इसके जवाब में मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई लगातार की जा रही है.. उन्होंने ये भी कहा कोई भी कार्रवाई दमनकारी ना हो इसका ख्याल रखा जाता है…क्योंकि कर देने वाले हमारे आधार स्तंभ हैं। ऐसे में सवाल है कि जीएसटी चोरों पर कार्रवाई करने में विभाग क्या सच में संजीदा भी है.. या फिर कार्रवाई से ज्यादा लीपापोती पर जोर दिया जा रहा है?

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छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा ने GST चोरी का मुद्दा उठाते हुए वाणिज्यकर मंत्री से सवाल पूछा कि साल 2019-20 में जीएसटी भुगतान में अनियमितता की 168 शिकायतें विभाग को प्राप्त हुईं थी.. दिसंबर 2020 तक अकेले बिलासपुर और रायपुर संभाग से 55 शिकायतें मिली थीं..जिस पर विभाग की ओर से केवल 10 जगहों पर छापा मारा गया.. जिसपर मंत्री टीएस सिंहदेव ने जवाब दिया कि।

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जरूरी नहीं कि जितनी शिकायतें मिले, उतनी जगहों पर छापा मारा ही जाए..मंत्री सिंहदेव ने बताया कि 19-20 और 20-21 में 28 मामलों में 4.17 करोड़ रुपए की अनियमितता पाई गई, जिसमें 3.66 करोड़ की वसूली हो चुकी है.. बाकी की वसूली जारी है..जवाब से असंतुष्ट कुलदीप जुनेजा ने जीएसटी चोरी के प्रकरण के निपटारे के लिए हाई पावर कमेटी गठित करने का सुझाव दिया..जिस पर सिंहदेव ने विभाग के कर्मचारियों को दक्ष और मेहनती बताते हुए उदाहरण दिया कि कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ में जीएसटी का संग्रह देश में टॉप पर था।

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कुलदीप जुनेजा के अलावा कांग्रेस विधायक प्रकाश नायक ने भी सदन के भीतर प्रदेश में GST की चोरी के प्रकरण उठाते हुए जांच की मांग की..जिस पर मंत्री टीएस सिंहदेव ने जल्द जांच करने का आश्वासन दिया कि.. वहीं दूसरी तरफ विधानसभा के बाहर भी विपक्ष इस मुद्दे को लेकर रणनीति बनाता दिखा..सदन के बाहर विपक्षी नेताओँ का कहना है कि प्रदेश के सबसे बडे जीएसटी चोरी के बारे में सदन में कोई बात नहीं हो पाई है।

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इसलिए आने वाले दिनों में इस मुद्दे को फिर से उठाया जाएगा। बता दें कि रायपुर के जैन कारोबारी परिवार ने 2015 में 58 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी की थी, जिस पर वाणिज्यकर विभाग ने पेनाल्टी और ब्याज के रूप में 120 करोड़ रुपये सहित कुल 179 करोड़ की वसूली तय की थी. लेकिन 2 सालों से आरोपी कारोबारियों से वसूली नहीं हो पाई है। बहरहाल विधानसभा में जीएसटी चोरी का प्रकरण उठने के बाद रायपुर के कारोबारी चंपालाल जैन, उसके बेटे नमित और अमित जैन और उनकी पत्नी विमला जैन से जुड़ा मामला एक बार फिर चर्चा में है। अब देखना है कि प्रदेश के सबसे बड़े कर चोरी पर सरकार क्या एक्शन लेती है।