भोपाल। राजधानी स्थित जेके अस्पताल का अब अमानवीय कारनामा सामने आया है….अभी तक जेके अस्पताल का नाम रेमडेसिविर इंजेक्शन के कालाबाजारी की सुर्खियों में था….लेकिन पुलिस रेमडेसिविर इंजेक्शन कालाबाजारी का रहस्य उजागर नहीं कर सकी…..अब कोरोना संक्रमण से मरने वाली एक महिला के सोने के गहने चोरी हो गए…..22 अप्रैल को जब कोरोना संक्रमण से मरने वाली मृतका अल्पना जोशी की मौत हुई, तो जेके हाॅस्पिटल प्रबंधन ने नकली गहने थमा दिए।
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इस बात का खुलासा तब हुआ, जब बेटे सार्थक ने मां के गहने देखे और प्रबंधन से इस बात की शिकायत की….बेटा सार्थक के मुताबिक हाॅस्पिटल प्रबंधन ने उसको लाश थमाकर चलता कर दिया….तेरहवीं के बाद पांच मई को सार्थक कोलार थाने पहुंचा, यहां पुलिस जेके हाॅस्पिटल के पक्ष में खड़ी दिखाई दी और कहा कि साहब आएंगे तब एफआईआर लिखी जाएगी….कौनसे साहब आएंगे, यह सार्थक को नहीं बताया…..इसके अलावा थाने में कहा कि ज्यादा है तो चोरी नहीं गहने गुम होने की शिकायत दर्ज करा दें।
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इसके बाद मृतका के बेटे सार्थक ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की….सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करने पर थाना पुलिस ने दबाव बनाया और शिकायत वापस लेने के लिए कहा….जब सार्थक ने शिकायत वापस लेने से इंकार कर दिया, तब कहीं एक दिन पहले पुलिस ने जेके हाॅस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ गहने चोरी करने की रिपोर्ट दर्ज की है।