दूसरे राज्यों को शराब बेचना सीखा रहा हमारा छत्तीसगढ़ !

दूसरे राज्यों को शराब बेचना सीखा रहा हमारा छत्तीसगढ़ !

दूसरे राज्यों को शराब बेचना सीखा रहा हमारा छत्तीसगढ़ !
Modified Date: November 29, 2022 / 08:09 pm IST
Published Date: January 19, 2018 2:21 pm IST

सरकार ने राज्य में शराब बिक्री में कोचिया प्रथा को बंद करने के लिए पिछले साल 1 अप्रैल से शराब बेचना शुरू की। तब विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर चैतरफा हमला बोला और शराबबंदी की मांग करने लगे। इस पर सरकार ने एक कमेटी बनाई। जिसे कई राज्यों का अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट पेश करने को कहा गया। लेकिन यह तो हैरान करने वाली बात है कि जो राज्य शराब बंदी की ओर अग्रसर नजर आती है उन्हीं से दूसरे राज्य शराब बिक्री की सिस्टम सीख रहे है। अधिकारियों के मुताबिक अब तक ओडिसा, झारखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश जैसे आधा दर्जन राज्यों ने ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम को समझकर गए है। और आने वाले दिनों में अपने यहां लागू करने वाले है। 

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दरअसल आबकारी विभाग अपनी ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम से शराब की एक-एक बोतल पर निगरानी रखती है। ताकि मिलावट न हो और प्राइस रेट पर बिक्री हो। इस सिस्टम के माध्यम से सबसे पहले डिसलरी में शराब की बोतल पर बारकोड लगाया जात है और वेयर हाउस में स्केनिंग से गिनती होती है। अंत में जब यह शराब बिकती है तब स्केन की जाती है। इससे शराब की एक-एक बोतल की जानकारी विभाग को मिल जाती है। इतना तगड़ा सिस्टम बनाने के बावजूद अब भी विभाग ने कोचिया और शराब में मिलावट करने वालों पर नकेल नहीं कस पायी है। 

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वही इस सिस्टम पर पूर्व मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ सुप्रीमो अजीत जोगी ने मांग की है कि सरकार ने जिस तरह पीडीएस सिस्टम से वाहवाही लूटी है तो अब आबकारी विभाग के इस सिस्टम को देश भर में प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। लेकिन सरकार को मालूम है कि इस सिस्टम की वाहवाही करने से उनकी फजीहत होगी इसलिए वह नहीं कर रहे है।

 

वेब डेस्क, IBC24


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