कमलनाथ ने किया तीसरा सवाल, महिलाओं से जुड़े इन तीखे सवालों से घेरा शिवराज सरकार को

कमलनाथ ने किया तीसरा सवाल, महिलाओं से जुड़े इन तीखे सवालों से घेरा शिवराज सरकार को

कमलनाथ ने किया तीसरा सवाल, महिलाओं से जुड़े इन तीखे सवालों से घेरा शिवराज सरकार को
Modified Date: November 29, 2022 / 08:58 pm IST
Published Date: October 22, 2018 7:56 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार के खिलाफ 20 अक्टूबर से शुरू किए 40 दिन-40 सवाल कैंपेन में आज यानि सोमवार को तीसरा सवाल कियाकमलनाथ ने तीसरे सवाल के ज़रिये शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला हैकमलनाथ ने महिला सुरक्षा पर ट्वीट करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की महिलाएं असुरक्षित है और भय के माहोल में जी रही हैं।

कमलनाथ  ने एक के बाद एक लगातार सात ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने कहा कि मामा, मुखौटा लगाकर वोट क्यों लिया? माँ-बहन-बेटियों का जीवन अंधकार से क्यों भर दिया? मध्यप्रदेश को अंधेरगर्दी-चौपट राजमें क्यों बदल दिया? मोदी सरकार से जानिए मामा के मुखौटे का राज; असुरक्षित नारी और भय का साम्राज्य

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दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, मामा राज के 13 वर्षों में 2,41,535 महिलाएं अपराधियों का शिकार हुईं। मामा के सत्ता में आने के बाद 2004 से 2016 में  महिला अपराधों में 74.99% वृद्धि हुई। महिलाओं के अपहरण की घटनाओं में 755% की वृद्धि हुई। 2004 में 584 अपहरण होते थे, वे बढ़कर 2016 में 4994 प्रति वर्ष होने लगे

इसी तरह तीसरे ट्वीट में उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए लिखा कि, मामा राज में नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार 249% बढ़ गए। 2004 में- 710 बलात्कार से 2016 में 2479 बलात्कार प्रतिवर्ष। 17986 नाबालिग बच्चियां बलात्कार की शिकारमामा राज (2004-2016) में 46317 बलात्कार।

चौथे ट्वीट में उन्होंने आंकड़ों के साथ महिलाओं के मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा- मामा राज के 13 वर्षो में अराजक तत्वों , अवसाद और आर्थिक तंगी की वजह से 27 हज़ार 457 महिलाओं ने आत्महत्या कर ली। मामा राज में 93 हज़ार 479 महिलाएं छेड़छाड़ का शिकार हुईं। वर्ष 2004 में महिलाओं के प्रति हुए अपराधों के अदालत में लंबित मामले- 6 हज़ार 733

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पांचवे ट्वीट में उन्होंने कहा- 2016 में महिलाओं के प्रति हुए अपराधों के अदालत में लंबित मामले 85,383। मामा के राज में बहनों के साथ अन्याय में वृद्धि हुई-1168%। 2016 में 14007महिला अपराधों में अदालतों में परीक्षण पूरा हुआ और मामा सरकार की कमज़ोर दलीलों की वजह से 10,119अपराधी छोड़ दि गए। सजा दर मात्र 27.8।

छठवें ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा कि मामा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने 2004-05 से 16-17 तक 27,590 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया मगर इसमें से मामा ने बहनों-भांजियों के संवैधानिक हक़ के 5402 करोड़ रुपए खर्च ही नहीं किए। मामा के राज में मप्र में 32%नाबालिग बच्चियों की शादी होती है जिनका भविष्य अंधकारमय हो जाता है

सातवें ट्वीट में उन्होंने इन सब आंकड़ों का सोर्स केंद्रीय गृह मंत्रालय (NCRB), ऑडिटर जनरल, NFHS को बताते हुए कहा कि 40 दिन 40 सवाल- मोदी सरकार के मुँह से जानिए, मामा सरकार की बदहाली का हाल’, ‘हार की कगार पर,मामा सरकार

वेब डेस्क, IBC24


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