मध्यप्रदेश कांग्रेस के नव नियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ आज संभालेंगे कार्यभार | MP Congress:

मध्यप्रदेश कांग्रेस के नव नियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ आज संभालेंगे कार्यभार

मध्यप्रदेश कांग्रेस के नव नियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ आज संभालेंगे कार्यभार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:58 PM IST, Published Date : May 1, 2018/4:40 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के नव नियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ आज कार्यभार संभालेंगे। इसी बहाने कांग्रेस राजधानी भोपाल में अपना शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है। कमलनाथ के साथ ही ज्योदिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, दीपक बाबारिया, कांतिलाल भूरिया और विवेक तन्खा समेत सभी दिग्गज कांग्रेसी नेता एक साथ नजर आएंगे। कमलनाथ सुबह 11 बजे भोपाल पहुंचेंगे. एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद कमलनाथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और समर्थकों के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचेंगे. और पदभार ग्रहण करेंगे.. कमलनाथ के साथ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत, बाला बच्चन, जीतू पटवारी और सुरेन्द्र चौधरी भी पदभार ग्रहण करेंगे… कमलनाथ एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे… पदभार ग्रहण करने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शाम 4 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के राजीव गांधी सभागार में पत्रकार वार्ता को संबोधित करेंगे… और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे… पदभार ग्रहण समारोह में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांग्रेस सचिव सज्जन सिंह वर्मा,,सांसद कांतिलाल भूरिया,,विकेश तन्खा मौजूद रहेंगे.

ये भी पढ़ें-पत्थलगड़ी में गिरफ्तारी को पुनिया ने बताया गलत, सरकार से मांगा जवाब

कमलनाथ को कमान मिलने के बाद प्रदेश कांग्रेस में उत्साह का माहौल है. हालांकि भाजपा के मुताबिक उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.. लेकिन कमलनाथ के आने से सियासी समीकरण बदल गए है… ऐसे में बड़ा सवाल ये है.. कि क्या बदले हालात के बीच कमलनाथ कांग्रेस के लिए सत्ता का सूखा दूर कर पाएंगे..

संसदीय कार्यकाल का लंबा अनुभव रखने वाले कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान मिलने के बाद प्रदेश में सियासी समीकरण भी बदल गए हैं…  कमलनाथ के पीसीसी चीफ बनते ही कांग्रेस की गुटबाजी काफी हद तक अपने आप ही सिमटी गई है… दरअसल प्रदेश के तमाम क्षत्रप भी कमलनाथ की बात सुनते हैं… इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव अभियान समिति की जिम्मेदारी देकर पार्टी हाईकमान ने उन्हें भी खुश कर गुटबाजी दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है… चुनाव में सिंधिया का सपोर्ट कमलनाथ के लिए बहुत मायने रखेगा… वहीं दूसरे बड़े नेता भी कमलनाथ की खुले तौर पर  खिलाफत नहीं करेंगे… देखा जाए तो नर्मदा परिक्रमा के बाद दिग्विजय सिंह ने ही कमलनाथ का नाम आगे बढ़ाकर उनके नाम पर सहमति जताई थी… हालांकि कमलनाथ के साथ हाईकमान ने चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर ये भी जताया है कि सिर्फ कमलनाथ ही आलाकमान की इकलौती पसंद नहीं हैं… पूरी कांग्रेस को कमलनाथ के साथ चुनावी समर में कूदना पड़ेगा।

सबसे बड़ी चुनौती

पीसीसी की कमान मिलने के बाद कमलनाथ के सामने कांग्रेस की गुटबाजी दूर करना सबसे बड़ी चुनौती होगा. साथ ही सक्रियता के अभाव से जूझ रही कांग्रेस में उर्जा भरना भी एक प्रमुख चुनौती है… इसके अलावा 15 से राज कर रही भाजपा सरकार के खिलाफ बनी एंटी इनकम्बेंसी को कांग्रेस के पक्ष में करना भी कमलनाथ के लिए चुनौती होगा… 

कमलनाथ की ताकत की बात करें… तो उनके पास लंबा सियासी अनुभव है… 9 बार छिंदवाड़ा से सांसद चुने गए है… और छिंदवाड़ा के विकास मॉडल को चुनाव में भुना सकते है… कमलनाथ एक बड़े कारोबारी भी है… लिहाजा उनके पास साधन और संसाधनों की बहुलता है… 

कमजोरी की बात करें… तो कमलनाथ ने छिंदवाड़ा और दिल्ली की राजनीति को ज्यादा वक्त दिया… जिसके चलते वो प्रदेश के दूसरे हिस्सों से जरूर दूर रहे… पीसीसी की कमान सौंपने में हाईकमान ने भी देरी की… ऐसे में चुनाव से पहले प्रदेश के बाकी हिस्से नापने में उन्हें परेशानी आ सकती है… 

कमलनाथ का सियासी सफर

आइए एक नजर डालते है… कमलनाथ के सियासी सफर पर… वरिष्ठ कांग्रेस नेता और नौवीं बार छिंदवाड़ा के सांसद बने कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है… वो कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद होने के साथ ही पार्टी के महासचिव भी है… उनके पास इस समय हरियाणा और पंजाब का प्रभार है… इसके साथ ही मध्यप्रदेश कांग्रेस की राजनीति में भी कमलनाथ एक बड़ा नाम है… कमलनाथ का जन्म 18 नवम्बर 1946 को उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर में हुआ था…. देहरादून के दून स्कूल से पढ़ाई करने के बाद कमलनाथ ने कोलकाता के सेंट जेवियर कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की… कमलनाथ ने अलका नाथ से शादी की और उनके दो बेटे हैं… 34 साल की उम्र में कमलनाथ ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे… वे कांग्रेस की सरकार में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री के अलावा दो बार केंद्र में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं।

ये भी पढ़ें-गाजे-बाजे और बारात के साथ दुल्हनिया लाने गया दूल्हा पहुंच गया थाने…! जानिए माजरा…

बाबूलाल गौर ने की तारीफ

मध्यप्रदेश बीजेपी में कमलनाथ के सबसे अच्छे दोस्त माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने कमलनाथ को अच्छा आदमी बताया है पर गौर ने कहा है की कमलनाथ के आने से बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा ..गौर के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने बहुत अधर्म किया है और उसे सत्ता में आने के लिए काफी तपस्या करनी पड़ेगी ! बाबूलाल गौर ने कहा कि कांग्रेस ने हिन्दुओं का अपमान किया है और अब उसके नेता चुनाव में जीत के लिए मंदिर घूम रहे हैं …बाबूलाल गौर ने कहा कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के विकास के लिए केंद्र में मंत्री रहते जो पैसा दिया वो उनका मंत्री धर्म था ! वही गौर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अमित शाह के 4 मई को दौरे को लेकर कहा की यह दौरा चुनाव को लेकर है और वो इस दौरे में अमित शाह से अलग से कोई मुलाकत नहीं करेंगे क्योंकि उनका टिकट पक्का है।

 

वेब डेस्क, IBC24

 
Flowers