मुंबई, 14 अक्टूबर (भाषा) । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि मुंबई की बारिश के पानी का इस्तेमाल सिंचाई, शहर के आसपास के उद्योगों और नासिक तथा अहमदनगर जैसे शहरों में बागवानी के लिए किया जाए।
गडकरी ने पत्र में कहा कि अतिरिक्त पानी को सूखा प्रभावित इलाकों में घरेलू और अन्य इस्तेमाल के लिए भी ले जाया सकता है, ताकि जल की कमी से पार पाया जा सके ।
उन्होंने कहा कि यदि व्यवस्थित रूप से योजना बनाई जाए तो बाढ़ के पानी, नाले और सीवेज को (मुंबई से सटे) ठाणे की ओर मोड़ा जा सकता है और इस पानी को रास्ते में शोधित करके एक बांध में रखा जा सकता है।
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केंद्रीय परिवहन मंत्री ने कहा, ‘इस पानी का इस्तेमाल सिंचाई और शहर के आसपास के उद्योगों तथा नासिक एवं अहमदनगर जैसे नगरों में बागवानी के लिए किया जा सकता है।’
गडकरी ने पत्र में कहा कि यह योजना मुंबई में मीठी नदी की वजह से उत्पन्न होने वाली परेशानियों को हल करने में मदद कर सकती है।
उन्होंने कहा, ‘ मैं मीठी नदी पर एक बैराज बनाने का प्रस्ताव देता हूं और पानी समुद्र में प्रवाहित किया जा सकता है।’
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केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार को शहर की सभी सड़कों को अलकतरे की जगह सीमेंट-कंक्रीट से बनाने की परियोजना शुरू करनी चाहिए क्योंकि तारकोल से बनी सड़कें भारी बारिश नहीं झेल पाती हैं।
गडकरी ने अपने इस पत्र की एक प्रति राकांपा प्रमुख शरद पवार, राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मंत्री बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण तथा जयंत पाटिल को भी भेजी है।
महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार है।