सतना। नसबंदी का टारगेट पूरा करने के चक्कर मे सतना में डॉक्टरों की घोर लापरवाही सामने आई है। सतना के नागौद और मैहर अस्पताल में नसबंदी के बाद बेहोश महिलाओ के साथ जानवरों जैसा सुलूक किया गया। नागौद में करीब 40 और मैहर में 50 महिलाओ की नसबंदी की गई।
ये भी पढ़ें-सावधान, विश्राम नहीं कर पाए नशे में टल्ली पुलिस के जवान, सस्पेंड
ये भी पढ़ें- स्कूल यूनीफार्म नहीं पहनने पर छात्र को मिली ऐसी सज़ा कि सब हैरान
नसबंदी के बाद बेहोश महिलाओं को दरी के ऊपर जमीन में लिटा दिया गया। महिलाओं को न ही स्ट्रेचर मिला और न तो उनको बेड मुहैया कराया गया। मामला सामने आने पर रेगांव से बीएसपी विधायक उषा चौधरी ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए इसे विधानसभा में सदन में उठाने की बात कही है।
ये भी पढ़ें- रायपुर में आर्गन डोनेट सेंटर खुलने से मरीजों को मिलेगा नया जीवन
डॉक्टरों की इस तरह की लापरवाही से नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिलाओं की मौतें तक हो चुकी हैं लेकिन उसके बाद भी ऐसी घोर लापरवाही बरती गयी है। हालांकि जिला अस्पताल निरीक्षण करने आये कलेक्टर ने स्वास्थ्य महकमे को बेड की उपलब्धता होने के बाद ही नसबंदी करने की सलाह दी है।
ये भी पढ़ें- दूसरों के प्रोजेक्ट्स दिखाकर ठगने वाली रायपुर की महिला बिल्डर गिरफ्तार
वेब डेस्क, IBC24