किसान, खाद-बीज और महाधिवक्ता की नियुक्ति पर हमलावर विपक्ष ने गर्भ गृह में किया प्रदर्शन, गुरुवार तक कार्यवाही स्थगित

किसान, खाद-बीज और महाधिवक्ता की नियुक्ति पर हमलावर विपक्ष ने गर्भ गृह में किया प्रदर्शन, गुरुवार तक कार्यवाही स्थगित

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  • Publish Date - July 16, 2019 / 07:34 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

रायपुर। सदन की कार्यवाही शुरू होते विपक्ष ने किसान, खाद-बीज के मुद्दे पर सत्ता पक्ष को जमकर घेरा। हमलावर विपक्ष ने गर्भगृह में पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। विपक्ष के कई सदस्यों को निलंबित कर सदन की कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित कर दी गई। 

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बता दें सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष ने किसानों का मुद्दा उठाया। किसानों के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग पर विपक्ष के सदस्यों ने की नारेबाजी। बीजेपी, जनता कांग्रेस और बीएसपी सदस्य नारेबाजी करते गर्भगृह में आ गए।  वहां पर भी वो नारेबाजी करते रहे। प्रदर्शनकारियों को अंत में निलंबित कर दिया गया। इसके बाद BJP सदस्य गर्भगृह में ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। 

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इनमें रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, रेणू जोगी, धरम जीत सिंह, केशव चंद्रा सहित विपक्षी सदस्य गर्भगृह में धरने में बैठ कर नारेबाजी की।
BJP सदस्य ने नारेबाजी करते हुए कहा कि ‘किसान विरोधी ये सरकार नहीं चलेगी’ किसानों का सम्मान करो’ विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल गए। इसके बाद भी विपक्ष सदन के बाहर जमकर नारेबाजी की।

तीसरे दिन इन मुद्दों की रही गूंज

शिवरतन शर्मा ने शून्यकाल में किसानों की समस्या का मुद्दा उठाया। स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए इस पर चर्चा हुई। नारायण चंदेल ने जशपुर के एक किसान की खुदकुशी का जिक्र भी किया। अजीत जोगी ने किसानों को खाद बीज उपलब्ध कराने की मांग की। पूर्व सीएम रमन ने बारिश नहीं होने पर चिंता जताई। साथ ही खाद बीच नहीं मिलने का आरोप लगाया। रमन के मुताबिक किसानों के कर्ज माफ नहीं हुए हैं। किसानों को कर्ज भी नहीं मिल रहा। रमन सिंह ने इसे गंभीर विषय बताते हुए इस पर चर्चा की मांग की। इस बीच सदन की कार्यवाही में बीजेपी सदस्यों ज्वारा शोर शराबा करने पर कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

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सदन की कार्यवाही के दौरान वाणिज्यिक कर मंत्री के नदारद होने पर विपक्ष के सदस्य अजय चंद्राकर ने इसे गलत ठहराया। शून्यकाल में महाधिवक्ता की नियुक्ति का मामला गू्ंजा। महाधिवक्ता की नियुक्ति पर सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इस मसले पर विस्तृत चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया।

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वहीं जेसीसीजे विधायक भूमिगत सीवरेज परियोजना का मुद्दा उठाया। सदस्य का आरोप है कि अफसरों ने डीपीआर से अलग-अलग काम किया है। इसलिए ये योजना 190 करोड़ से बढ़कर 300 करो़ड़ रूपए की हो गई। मंत्री शिव डहरिया ने इसके पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही इसे दिसंबर 2019 तक पूरा कराने की बात कही। साथ ही निर्देश भी दिए कि इस योजना में लंबे समय से जमे अफसरों को भी हटाया जाएगा। इस पर बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने ठेकेदार के भागने के चलते काफी काम बचे होने की बात कही। 125 गड्ढे है लोगों की जान खतरे में है। सदन में विभागीय मंत्रियों की जगह दूसरे मंत्रियों के जवाब देने पर नेता प्रतिपक्ष ने आपत्ति जताई। इस पर पक्ष-विपक्ष दोनों के बीच जमकर बहस हो गई।

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कांग्रेस सदस्य प्रकाश शक्राजित नायक ने रायगढ़ से सरायपाली एनएच निर्माण के लिए स्वीकृत राशि की जानकारी मांग। मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जानकारी देते हुनए बताया कि 81 किलो मीटर की सड़क के लिए 496 करोड़ रूपए स्वीकृत किया गया। 2017 तक इसे पूरा होना था। इसकी शिकायत की गई। इस पर सफाई दी गई कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बैठकर बताया था। किसी दूसरे को ठेका दिया गया, अभी इस पर काम चल रहा है।

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