सुपेबेड़ा की किडनी समस्या पर फिर गर्म हुई सियासत, सीएम और पूर्व सीएम में आरोप—प्रत्यारोप का दौर जारी

सुपेबेड़ा की किडनी समस्या पर फिर गर्म हुई सियासत, सीएम और पूर्व सीएम में आरोप—प्रत्यारोप का दौर जारी

सुपेबेड़ा की किडनी समस्या पर फिर गर्म हुई सियासत, सीएम और पूर्व सीएम में आरोप—प्रत्यारोप का दौर जारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 pm IST
Published Date: October 19, 2019 5:45 pm IST

रायपुर। गरियाबंद के सुपेबेड़ा में 71वीं मौत के बाद एक तरफ जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुइया उइके के बीच बयानबाजी चल रही है। वहीं इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर जबानी हमला करते हुए कहा है की भूपेश एक किडनी का इलाज नहीं करा सकते हैं तो सरकार क्यों चला रहे हैं। 11 माह हो गए अब तक सुपेबेड़ा जाने का समय नही मिला। पूर्व सीएम ने कहा कि पुरानी सरकार को देखना बंद करें। 11 माह बीत गए कुछ तो कदम उठाना चाहिए आरोप लगाते पूरा समय काट देंगे क्या ?

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वहीं सुपेबेड़ा पर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह द्वारा दिए गए बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले रमन सिंह अपने कार्यकाल पर झांक लें, अगर 15 साल में उन्होने सूपेबेड़ा के लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराया होता तो आज ये स्थिती नहीं होती। कांग्रेस सूपेबेड़ा की समस्या को लेकर गंभीर है। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव खुद सुपेबेड़ा का दौरा कर चुके हैं । इसलिए रमन सिंह झूठे आरोप लगाना बंद करें ।

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इसके पहले आज राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सुपेबेड़ा में हो रही मौतों पर बोलते हुए कहा था कि मानवीय दृष्टिकोण से हमने कहा था। कोई चीज अच्छी होती है तो अच्छा है, वहां के पीड़ितों को लाभ मिलना चाहिए। भारत सरकार को बताने की अगर आवश्यकता होगी तो मैं वहां अवगत कराऊंगी, सुपेबेड़ा को लेकर केन्द्र सरकार को वे चिठ्ठी लिखेंगी।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com