नए जिले के नाम पर राजनीति शुरू, धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से जिले के नामकरण की मांग

नए जिले के नाम पर राजनीति शुरू, धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से जिले के नामकरण की मांग

नए जिले के नाम पर राजनीति शुरू, धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से जिले के नामकरण की मांग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:33 pm IST
Published Date: December 6, 2019 6:17 pm IST

ओरछा। मध्यप्रदेश के 52 वें जिले के रूप में अस्तित्व में आये जिला निवाड़ी के नाम को लेकर अब रार ठन गयी है। जिले के ओरछा के रहने वाले लोगों ने इसकी वैश्विक पहचान के आधार पर नाम में ओरछा धाम जोड़ने की मांग उठाई है। इस मांग के बाद जिले के नामकरण पर एक नई बहस छिड़ती दिखाई दे रही है।

यह भी पढ़ें — अस्सिटेंट प्रोफेसर्स के लिए खुशखबरी, सरकार ने पीएससी से चयनित लोगों के नियुक्ति-पत्र किए जारी

निवाड़ी जिला साल 2018 में अस्तित्व में आया था, 2 विधानसभा क्षेत्रों वाले इस जनपद की हृदयस्थली ओरछा को माना जाता है, विश्व मानचित्र पर धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से ओरछा की पहचान है, इसी आधार पर यहां के लोग जिले के नाम में ओरछा धाम जोड़ने की मांग कर रहे हैं। लोगों का यह तर्क है कि नाम में ओरछा जुड़ जाने से निवाड़ी को भी नई पहचान मिल सकेगी ।

 ⁠

यह भी पढ़ें — नान घोटाले में दायर जनहित याचिकाओं में सुनवाई, आरोपी आईएएस के वकील …

एक ओर जंहा निवाड़ी जिले के नाम को बदले जाने की सुगबुगाहट है तो दूसरी और ऐसे किसी संभावित कदम को लेकर निवाड़ी कुछ लोगों ने हल्ला बोल की कोशिश की है, धरना प्रदर्शन तक आयोजित किये गए, नाम बदलने का कुछ लोग पुरजोर विरोध कर रहे हैं। इस विरोध के पीछे उनके अपने तर्क हैं।

यह भी पढ़ें – सीएम का इंदौर दौरा कल, शहर को देगें कई सौगातें, पूरा कार्यक्रम देखिए

एक ओर जहां ओरछा और निवाड़ी के बीच नाम को लेकर विवाद और रस्साकस्सी दिख रही थी तो इन सब के बीच संख्याबल के प्रदर्शन की भी होड़ शुरू हो गयी है, पृथ्वीपुर के लोग नाम में ओरछा धाम जोड़े जाने का समर्थन कर रहे हैं, उनके समर्थन का एक बड़ा कारण यह भी की ओरछा के कारण इस जिले की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान है वे मानते हैं इससे जिले को और यहां के निवासियों को एक नई पहचान मिल सकेगी।

<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/IGCMN228YiU” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com