कोरबा। डीएमएफ की गवर्निंग बॉडी में क्षेत्रीय सांसद को जगह नहीं मिली है। वहीं निगम महापौर, सभापति और करतला जनपद अध्यक्ष को गवर्निंग बॉडी में शामिल किया गया है। जबकि पिछली सरकार में सांसद को कमेटी में रखा गया था। वहीं विधायक भी कमेटी से बाहर रखा गया है।
बता दें कि डीएमएफ की नई नीति में जनप्रतिनिधियों को कमेटी में शामिल करना है। लेकिन यहां ऐसा नहीं किया गया। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत की धर्मपत्नी ज्योत्सना महंत कोरबा सांसद हैं।
read more: मेडिकल कॉलेज के छात्र ने की खुदकुशी, शासकीय कॉलेज की पांचवी मंजिल से लगाई छलांग
जिला खनिज न्यास(डीएमएफ) की समिति में विधायकों को रखा जाने का प्रावधान है। सरकार बदलने के बाद नई गाइडलाइन में प्रभारी मंत्री को अध्यक्ष बनाया गया है। विधायक समिति के सदस्य बनाये गए हैं। पहले दो ही सरपंच शामिल किए जाते थे नई नीति के अनुसार अब 10 सरपंच शामिल किया जाना है।
<iframe width=”658″ height=”370″ src=”https://www.youtube.com/embed/_GFHD9y-D8g” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>
पहले चरण में इन सीटों पर फसा पेंच | भाजपा…
4 hours ago