जशपुर। एक बोरवेल गाड़ी के एजेंट ने तहसीलदार पर मारपीट करने का आरोप लगाया है, एजेंट ने कहना है की बोर खुदाई के जगह पर पहुँच कर तहसीलदार ने बोर खुदाई बंद करने को कहा और काम बंद करने पर भी जबरन एजेंट के साथ डंडे से मारपीट करने लगा जिससे तंग आकर पीड़ित ने इसकी शिकायत लिखित रूप से फारसाबहार थाने में की है।
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जशपुर जिले के फरसाबहार तहसीलदार के विरुद्ध एक बोरवेल एजेंट के ऊपर डंडा बरसाने का गम्भीर आरोप लगा हैं। तहसीलदार के विरुद्ध बोरवेल एजेंट ने देर रात को फरसाबहार थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित की शिकायत अर्जी स्वीकार करने बाद फरसाबहार पुलिस प्रार्थी का मुलाहिजा करा रही है। जानकारी के मुताबिक ताममुंडा निवासी दयानिधि यादव 11 जून की शाम को फरसाबहार निवासी वीरेंद्र जायसवाल के घर के पास बोरिंग की खुदाई करवा रहा था।
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इसी दौरान मौके पर तहसीलदार लक्ष्मण राठिया पहुँच गए और बोरिंग की खुदाई कराए जाने पर आपत्ति जताने लगे । तहसीलदार की आपत्ति पर बोरवेल एजेंट ने जवाब देते हुए कहा कि काम बंन्द हो चुका है बस पाइप निकलने का काम किया जा रहा है। बोरवेल एजेंट का जवाब देना तहसीलदार को नागवार गुजरा और उन्होंने एजेंट को डंडे से पीटना शुरू कर दिया और इतना मारा की घुटने में भारी सूजन आ गयी और पैर में कई जगह डंडे के निशान उभर आये।
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इस मामले को लेकर पीड़ित बोरवेल एजेंट देर रात को फरसाबहार थाना पहुँचा और घटना कि लिखित में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत लेने के बाद पूलिस प्रार्थी का मुलाहिजा क़रा मामले की जाँच में जुट गयी है । इस मामले में तहसीलदार लक्ष्मण राठिया से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मार पीट किये जाने के आरोप बेबुनियाद हैं । इस आरोप का सच्च्चाई से कोई ताल्लुक नही है।
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उन्होने कहा कि रात तकरीबन 9 बजे बोरवेल खुदाई की जा रही थी । एसडीएम के द्वारा उन्हें रात में बोरिंग खुदाई की सूचना दी गयी । एसडीएम के निर्देश और वो मौके पर पहुँचे और रात में काम करने से रोका गया । कार्यवाही करने की चेतावनी जरूर दी गयी, काम भी बन्द करवा दिया गया लेकिन मारपीट नही की गई है । उन्होंने आखिरी में नियम का हवाला देते हुए कहा कि सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही छूट दी गयी है और नियम को ताख पर रखकर रात 9 बजे काम कराया जा रहा था।