जब प्रिंस ऑफ वेल्स पटना आये थे तब शहर के पहले मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम पर रखा गया था

जब प्रिंस ऑफ वेल्स पटना आये थे तब शहर के पहले मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम पर रखा गया था

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  • Publish Date - December 22, 2020 / 01:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

(कुणाल दत्त)

पटना, 22 दिसंबर (भाषा) निन्यानवे साल पहले आज ही के दिन तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स भारत की अपनी शाही यात्रा के तहत पटना पहुंचे थे और बिहार एवं ओड़िशा के प्रथम मेडिकल कॉलेज का नाम पर उनकी यात्रा के सम्मान में उनके नाम पर रखा गया था।

ब्रिटिश सम्राट किंग जॉर्ज पंचम के बेटे और प्रिंस ऑफ वेल्स एडवर्ड ने अक्टूबर, 1921 से लेकर मार्च, 1922 तक भारतीय उपमहाद्वीप की यात्रा की थी। ऐतिहासिक शहर पटना भी उनके यात्रा कार्यक्रम में शामिल था।

सन् 1921 में 22 दिसंबर को सुबह वह नेपाल से ट्रेन और स्ट्रीमर से पटना पहुंचे थे।

अभिलेखागार के रिकार्ड के अनुसार, पटना में आयुक्त घाट पर पहुंचने के बाद एडवर्ड का बांकीपुर मैदान, जिसे अब गांधी मैदान कहा जाता है, में भव्य स्वागत किया गया था।

दोपहर को उन्होंने पोलो खेला था और गवर्नमेंट हाउस में भोजन के बाद वह वहां अनौपचारिक स्वागत कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां बिहार और ओड़िशा प्रांत के कुछ चुनिंदा मेहमानों को ही बुलाया गया। सन् 1911 में किंग जार्ज पंचम के ऐतिहासिक दिल्ली दरबार के बाद बिहार और ओड़िशा प्रांत 1912 में अस्तित्व में आया था।

प्रिंस ऑफ वेल्स अपनी पटना यात्रा पूरी कर 22 दिसंबर की रात को कलकत्ता पहुंचे थे जहां उन्होंने क्रिसमस मनाया और ऐतिहासिक विक्टोरिया मेमोरियल हॉल का उद्घाटन किया।

उनकी यात्रा के चार साल बाद बिहार और ओड़िशा के पहले मेडिकल कॉलेज ‘‘प्रिंस ऑफ वेल्स मेडिकल कॉलेज’’ की बांकीपुर में 1925 में स्थापना की गयी। वैसे इस नये संस्थान का आधिकारिक उद्घाटन, 1921 में संपन्न प्रिंस ऑफ वेल्स की शाही यात्रा की याद में, इसकी स्थापना के दो साल बाद, किया गया। यह मेडिकल कॉलेज गंगा के तट पर है। बाद में प्रिंस ऑफ वेल्स ब्रिटेन के सम्राट एडवर्ड षष्ठम बने थे।

भाषा राजकुमार मनीषा

मनीषा