मप्र: प्याज खरीदी के दौरान बदइंतजामी से बेबस हुए किसान, बारिश से हजारों क्विंटल प्याज बर्बाद | Thousands of quintal onions waste from rain

मप्र: प्याज खरीदी के दौरान बदइंतजामी से बेबस हुए किसान, बारिश से हजारों क्विंटल प्याज बर्बाद

मप्र: प्याज खरीदी के दौरान बदइंतजामी से बेबस हुए किसान, बारिश से हजारों क्विंटल प्याज बर्बाद

:   November 29, 2022 / 08:42 PM IST

 

बड़े आंदोलन और लंबी जद्दोजहद के बाद मध्यप्रदेश सरकार समर्थन मूल्य पर प्याज खरीद रही है। लेकिन सरकारी मंडियों में बदइंतजामी के हालात ऐसे हैं कि चार-चार दिनों बाद किसानों के नंबर आ रहे हैं। मंडियों में प्याज की गाड़ियों की कतार कई-कई किलोमीटर तक लग रही है। मंडियों में भंडारण के इंतजाम नहीं होने से बारिश में प्याज खराब हो रहे हैं। वहीं बिचौलिए भी किसानों का हक मारकर कई जगहों पर राजस्थान का प्याज बेच रहे हैं। 

इंतजार… कतार… मिन्नतें… बिचौलियों का धोखा और मौसम की मार…मध्यप्रदेश के प्याज किसानों की किस्मत में यही सब कुछ लिखा है। आठ रुपए किलो के समर्थन मूल्य पर प्रदेश की मंडियों में प्याज खरीदी की सरकारी प्रक्रिया इतनी धीमी है कि हर जगह प्याज के पहाड़ खड़े हो गए हैं। भंडारण की व्यवस्था नहीं होने से आगर में बारिश की वजह से हजारों क्विंटल प्याज भीग गया। यहां पर खुले आसमान के नीचे हजारों बोरियों में भरी प्याज रखी थी। कुछ ऐसा ही हाल नरसिंहपुर की मंडी का है, जहां झाबुआ और रतलाम से अब तक 44 हजार क्विंटल प्याज आ चुका है, लेकिन इनके रखरखाव का कोई इंतजाम नहीं है। बारिश हुई, तो बर्बादी यहां भी तय है।

मंदसौर जिले में प्याज खरीदी लिए चार केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन जिले की सीमाएं राजस्थान से मिलती हैं और दूरी कम होने की वजह से यहां बिचौलिए किसानों के हक पर डाका डाल रहे हैं। जिले में अब तक 16 हजार क्विंटल से ज्यादा प्याज ख़रीदा जा चुका है। नीमच में भी रिश्तेदारों के नाम पर राजस्थान से आने वाले प्याज को सरकारी मंडियों में समर्थन मूल्य पर बेचा जा रहा है। बिचौलिए मंडी के लोगों से सांठगांठ कर इस काम को अंजाम दे रहे हैं। 

समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदी के दौरान बदइंतज़ामी से गुस्साए किसानों ने धार के इंदौर मार्ग पर पीजी कॉलेज ग्राउंड के सामने चक्काजाम किया। ट्रैक्टर-ट्रालियां और पत्थर सड़क पर रखकर किसानों ने गाड़ियां रोकी। बाद में तहसीलदार और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। वहीं रतलाम की सैलाना कृषि मंडी में प्याज से भरी 2 ट्रॉली और एक मिनी ट्रक जब्त की है। एक दिन पहले से मंडी में लावारिस हालत में खड़ी दोनों गाड़ियों को कोई बिचौलिया लेकर आया था। जिसकी SDM जांच कर रहे हैं।  समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदी 30 जून तक की जानी है यानी किसानों के पास अब काफी कम वक्त बचा है। पिछली बार भी लाखों टन प्याज घटिया क्वालिटी के चलते फेंकना पड़ा था और ऐसी ही नौबत इस बार भी आएगी ये साफ नजर आ रहा है।