उप्र एटीएस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, मामला दर्ज

उप्र एटीएस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, मामला दर्ज

उप्र एटीएस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, मामला दर्ज
Modified Date: November 29, 2022 / 07:53 pm IST
Published Date: June 21, 2021 11:43 am IST

लखनऊ, 21 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मूक- बधिर छात्रों और गरीब लोगों को धन, नौकरी और शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपियों के खिलाफ लखनऊ के एटीएस थाने में मामला दर्ज किया गया है।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि मूक-बधिर छात्रों और निर्धन लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के मुफ्ती काजी जहांगीर आलम (निवासी जोगाबाई, जामिया नगर, नयी दिल्‍ली) तथा मोहम्‍मद उमर गौतम (निवासी बाटला हाउस, जामिया नगर, नयी दिल्‍ली) को एटीएस ने गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि एटीएस को कुछ समय से यह सूचना मिल रही थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अन्य विदेशी माध्यमों से पैसे एकत्र कर कुछ लोग धर्मांतरण कराने और धार्मिक वर्गों में आपसी वैमनस्य फैलाने के लिए प्रयासरत हैं। इस सूचना पर एटीएस उत्तर प्रदेश की टीम ने रविवार को काजी जहांगीर और उमर गौतम को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि लखनऊ के एटीएस थाने में उनके व उनकी संस्था इस्लामिक दावा सेंटर व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, धार्मिक वैमनस्य फैलाने, किसी धर्म को अपमानित करने सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।

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प्रशांत कुमार ने बताया कि उमर गौतम पहले हिंदू था लेकिन उसने मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लिया और धर्मांतरण कराने में सक्रिय हो गया। उन्होंने उमर के हवाले से बताया कि अभी तक उसने करीब एक हजार गैर मुस्लिम लोगों को मुस्लिम धर्म में धर्मांतरित कराया और उनकी मुस्लिमों से शादी कराई है। यह अभियान जामिया नगर, नयी दिल्‍ली में संचालित इस्लामिक दावा सेंटर नामक संस्था के जरिये चलाया जा रहा है।

पुलिस के अनुसार, उमर गौतम से पूछताछ में धर्मांतरण कराने की पुष्टि हुई है। प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत में दिए जाने का अनुरोध किया जाएगा।

भाषा आनन्द अविनाश मनीषा

मनीषा


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