उत्तर प्रदेश : भ्रष्टाचार के दोषी पूर्व जिला कमांडेंट को मुख्यमंत्री ने किया बर्खास्त

उत्तर प्रदेश : भ्रष्टाचार के दोषी पूर्व जिला कमांडेंट को मुख्यमंत्री ने किया बर्खास्त

उत्तर प्रदेश : भ्रष्टाचार के दोषी पूर्व जिला कमांडेंट को मुख्यमंत्री ने किया बर्खास्त
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: October 22, 2020 8:46 am IST

लखनऊ, 22 अक्टूबर (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के आरोप में बुलंदशहर में जिला कमांडेंट को नौकरी से बर्खास्त करने के बाद अब लखनऊ में तैनात रहे जिला कमांडेंट को भी फर्जी मस्टररोल तैयार कर गड़बड़ी करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ में तैनात रहे होमगार्ड्स जिला कमांडेंट कृपा शंकर पाण्डेय ने फर्जी मस्टररोल (होमगार्ड की तैनाती संबंधी रजिस्टर)तैयार कर अनियमितता करते हुए होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगाई और भुगतान भी कराया। मामले की शासन स्तर से हुई गहन जांच के बाद अब मुख्यमंत्री ने जिला कमांडेंट कृपा शंकर पांडेय को बर्खास्त करने का आदेश दिया है।

जांच में यह पाया गया कि अगस्त 2019 के मस्टररोल में जिस होमगार्ड की ड्यूटी गुडंबा थाने में लगाई गई थी, दरअसल वह जिला कमांडेंट के आवास पर ड्यूटी कर रहा था। इसी तरह अगस्त 2019 के मस्टररोल की जांच में पाया गया कि उस पर सभी 23 होमगार्ड जवानों का मोबाइल नम्बर अंकित नहीं है। यहां कार्यदिवस भी सत्यापित किया गया था।

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यही स्थिति गुडम्बा थाने के मस्टररोल में जुलाई 2019 की भी मिली। जुलाई तथा अगस्त 2019 के थाना गुडम्बा में फर्जी मानव दिवस दिखाकर सम्बन्धित के खातों में मिलीभगत करते हुए धनराशि हस्तान्तरित की गई। वहीं, थाना विभूति खण्ड में जुलाई एवं अगस्त 2018 तथा 2019 के मस्टररोल पर सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/उपनिरीक्षक के हस्ताक्षर अंकित किये गये, उसे थाना स्तर से उनके हस्ताक्षर होना नहीं पाया गया और यह मस्टररोल भी फर्जी मिला।

जांच के दौरान करीब आधा दर्जन बार आरोपी अधिकारी से जवाब भी मांगा गया लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इन सब गड़बड़ियों की गहन जांच के बाद अब मुख्यमंत्री ने लखनऊ के तत्कालीन जिला कमांडेंट होमगार्ड्स कृपा शंकर पाण्डेय को सेवा से बर्खास्त करने का आदेश दिया है।

गौरतलब है कि इससे पहले गत 19 अक्टूबर को भी बुलंदशहर के होमगार्ड जिला कमा्ण्डेन्ट को रिश्वत लेने का दोष साबित होने पर मुख्यमंत्री के आदेश से बर्खास्त कर दिया गया था।

भाषा सलीम आनन्द धीरज

धीरज

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