Anil Ambani Company: कभी था टॉप पर! अब 1 रुपये पर फिसला शेयर, अनिल अंबानी की बढ़ीं मुश्किलें
Anil Ambani Company: कभी था टॉप पर! अब 1 रुपये पर फिसला शेयर, अनिल अंबानी की बढ़ीं मुश्किलें
(Anil Ambani Company, Image Credit: ANI News)
- RCom को SBI ने धोखाधड़ी घोषित किया
- शेयर ₹792 से गिरकर ₹1.33 पर पहुंचा
- ₹2,227 करोड़ लोन और ₹786 करोड़ गारंटी बकाया
Anil Ambani Company: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) को धोखाधड़ी की श्रेणी में डाल दिया है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि यह कार्रवाई 13 जून 2025 को आरबीआई के दिशानिर्देशों और बैंक की धोखाधड़ी प्रबंधन नीति के अनुसार की गई। इसके साथ ही 24 जून को आरबीआई को सूचना दी गई और सीबीआई में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
कर्ज और दिवालिया प्रक्रिया में उलझी कंपनी
रिलायंस कम्युनिकेशंस पर एसबीआई का लगभग 2,227 करोड़ रुपये का फंड-बेस्ड लोन और 786 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी बकाया है। इस समय कंपनी दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (IBC) के तहत कॉर्पोरेट दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है। समाधान योजना को लेनदारों की समिति ने मंजूर किया है और यह मंजूरी के लिए NCLT मुंबई के पास लंबित है। एसबीआई ने अनिल अंबानी के खिलाफ व्यक्तिगत दिवालिया प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
शेयर 792 रुपये से लुढ़ककर 1.39 रुपये पर आया
रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) के शेयरों की हालत बहुत खराब हो चुकी है। सोमवार 21 जुलाई को एक सप्ताह बाद जब ट्रेडिंग शुरू हुई, तो शेयर में 5.67% का लोअर सर्किट लगा और यह 1.33 रुपये पर बंद हुआ। कभी 792 रुपये पर कारोबार करने वाला यह शेयर निवेशकों के लिए अब लगभग बेकार हो चुका है, जिससे भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।
कोर्ट के आदेश से पलटी कार्रवाई
SBI ने 2020 में भी RCom और अनिल अंबानी को फ्रॉड घोषित किया था, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट के ‘यथास्थिति’ आदेश के बाद शिकायत वापस लेनी पड़ी थी। 2023 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लेंडर को उधारकर्ता का पक्ष सुनना अनिवार्य किया गया। अब, 15 जुलाई 2024 को आए नए RBI सर्कुलर के मुताबिक उचित प्रक्रिया पूरी कर फिर से RCom को धोखाधड़ी घोषित किया गया है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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