(Defence stocks crash, Image Credit: IBC24 News Customize)
Defence Stocks Crash: मंगलवार, 24 जून की सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में हलचल देखी गई है। खासतौर पर डिफेंस सेक्टर के शेयरों में निवेशकों ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है और कई जगहों पर मुनाफावसूली देखने को मिली है। हालांकि अभी तक इस युद्धविराम की आधिकारिक पुष्टि दोनों देशों की ओर से नहीं हुई है, लेकिन निवेशकों ने मुनाफा कमाने के उद्देश्य से कई डिफेंस शेयरों में बिकवाली शुरू कर दी है।
सीजफायर की खबर के बाद बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स पर कई डिफेंस कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। जिसमें मिश्र धातु निगम (मिधानी) में 5% तक की गिरावट आई। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और एस्ट्रा माइक्रोवेव में 4% की गिरावट दर्ज की गई। पारस डिफेंस और बीईएमएल के शेयरों में लगभग 3% की गिरावट देखी गई है। इसके अलावा भारत डायनेमिक्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स में भी 1.5% से 2.5% के बीच गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, कोचीन शिपयार्ड जो पिछले महीने 20% चढ़ चुका था, आज 2% फिसल गया है।
गिरावट से पहले इन शेयरों ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिए थे। उदाहरण के रूप में मिधानी ने बीते एक महीने में 15% की बढ़त दर्ज की थी। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स ने 25% का रिटर्न दिया और नया हाई पर पहुंचा था। एस्ट्रा माइक्रोवेव, जिसने सोमवार को 10% की तेजी दिखाई थी, मंगलवार को अपनी कुछ बढ़त खो बैठा।
ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक है और डिफेंस सेक्टर का दीर्घकालिक आउटलुक अब भी पॉजिटिव बना हुआ है। उनके अनुसार स्वदेशीकरण, आत्मनिर्भर भारत अभियान और रक्षा निर्यात में संभावनाएं इस सेक्टर को अच्छी सपोर्ट कर रही हैं। ब्रोकरेज फर्म ने सोलर इंडस्ट्रीज को अपनी टॉप पिक बताया है, जबकि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, बीईएमएल, भारत डायनेमिक्स और डेटा पैटर्न जैसे स्टॉक्स को भी अपनी पसंदीदा लिस्ट में शामिल किया है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।