Feet Touching Rules: नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति में कई तरह की मान्यताएं और परंपराएं हैं। हर चीज का अपना एक अलग ही महत्व बताया गया है। इसलिए ही भारत को दुनिया भर में विविधताओं और विश्व गुरू के नाम से जाना जाता है। भारत की संस्कृति में हमेशा बड़ों की सेवा और सत्कार करना सिखाया गया है। ऐसा करने से हमेशा लाभदायी रहा है। बड़ों के आशीर्वाद को ऐसा माना जाता है।
अगर वो कोई आशीर्वाद सच्चे मन से दे तो उनके बच्चे दुनिया की किसी भी बुलंदी पर चढ़ने से नहीं कोई नहीं रोक पाता है। उनके आशीर्वाद से व्यक्ति न केवल दीर्घायु होता है, बल्कि अपने जीवन में सदैव प्रसन्न रहता है।पुराणों में अथर्ववेद का जिक्र मिलता है। श्लोक है जीवेत शरदः शतम् इसका अर्थ होता है। बच्चा या कोई भी हो शर्दी हो या गर्मी हो वो कोई भी मौसम हो उसको किसी भी प्रकार की बीमारी ना लगे। इन मौसम में सुरक्षित रहने के लिए बचाव के उपाय अपनाएं। स्वच्छ रहें और स्वच्छ दिनचर्या का पालन करें। मौसमी खाना खाएं और पानी साफ पिएं।
इसके साथ ही बड़ों के आशीर्वाद से ही बच्चों को एक प्रकार का बल भी मिलता है जिससे की वो हर प्रकार की कठिनाइयों बचे रहते है। उन्हें किसी प्रकार का आने वाले जीवन में कभी कोई कष्ट नहीं होता है।