‘गुलाब’ के कारण मानसून की विदाई में होगी देरी.. जारी रहेगा ज्यादा और कम बारिश का दौर

Monsoon departure will be delayed due to 'Gulaab'.. More and less rain will continue

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  • Publish Date - September 26, 2021 / 12:37 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

Monsoon departure will be delayed due to Gulaab

नई दिल्‍ली। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे लगे दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

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आईएमडी के तूफान चेतावनी प्रभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और रविवार शाम को उत्तरी आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तन और दक्षिणी ओडिशा के गोपालपुर तट के बीच से गुजरने की संभावना है।

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उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा के लिए तूफान की चेतावनी जारी की गई है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

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इसके साथ ही इस तूफान का असर छत्‍तीसगढ़, महाराष्‍ट्र, गुजरात और गोवा तक में देखने को मिलेगा। संभावना जताई गई है कि गुजरात पहुंचने तक यह चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। इसके बाद दो कम दबाव के क्षेत्र उत्‍पन्‍न होने की संभावना है। इन दोनों के कारण मानसून भी देश में सितंबर के अंत तक बना रहेगा।

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25 सितंबर तक देश में 838।5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो इस अवधि में होने वाली 859।9 मिमी बारिश से सिर्फ 2 फीसदी ही कम है। देश में एक जून से 30 सितंबर के दौरान मानसूनी सीजन में सामान्य रूप से 880।6 मिमी बारिश होती है। वहीं स्‍काईमेट वेदर के अनुसार सितंबर के आखिरी हफ्ते में तेज बारिश के कारण देश में सोयाबीन और दलहन की फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है। कहा गया है कि अगर मानसून समय पर वापस जाता तो यह फायदेमंद अधिक रहता।