Rajouri Encounter Abdul Majid: देश की रक्षा के लिए दूसरे बेटे ने भी दी कुर्बानी, अंदर तक झकझोर देगी इस पैरा कमांडों की कहानी…
Story of Rajouri Encounter Abdul Majid: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 34 घंटों तक मुठभेड़ चला।
Story of Rajouri Encounter Abdul Majid
Story of Rajouri Encounter Abdul Majid: श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 34 घंटों तक मुठभेड़ चला। जिसमें दो आतंकवादी और 5 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं बाकियों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। शहीद हुए जवानों में से पुंछ इलाके के भी एक लाल ने बलिदान दिया। लेकिन, देर रात तक इस बलिदानी के परिजनों को इस अनहोनी की जानकारी नहीं मिली। सुबह जब परिजनों को इस बात की खबर मिली तो घर में परिजनों के बीच चीख-पुकार मच गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वहीं दूसरी ओर कालाकोट मुठभेड़ में नियंत्रण रेखा से सटे गांव अजोट निवासी मोहम्मद रशीद का पुत्र अब्दुल मजीद ने बलिदान दिया है। वह सेना की 9 पैरा में हवलदार तैनात थे। एक तरफ जहां पुंछ के इस लाल के शहीद होने की सूचना पुंछ में हर खुफिया एजेंसी और क्षेत्र में तैनात सेना के अधिकारियों तक पहुंची, लेकिन शहीद के परिवार तक यह सूचना नहीं पहुंच पाई। न ही किसी ने इस बुरी खबर को परिवार तक पहुंचाने की हिम्मत की। सुबह जब अपनों को इस बात की खबर हुई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वे रोते-बिलखते बलिदानी के पार्थिव शरीर के घर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
नाराज पूर्व सैनिक ने मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की
सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री (जेकेएलआई) से सिपाही पद से रिटायर हुए मोहम्मद यूसुफ (माजिद के चाचा) ने कहा कि हम देश की रक्षा के लिए एलओसी पर रहने वाले सैनिक परिवार से हैं। उन्होंने कहा- हमारे परिवार के 30 से 40 सदस्य हैं, जो भारतीय सेना में सेवारत हैं या सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सेना में सेवा करना हमारे खून में है। मेरा बेटा भी सेना में सेवा कर रहा है। एक सैनिक होने पर गर्व महसूस होता है।
पाकिस्तान की बार-बार की नापाक हरकतों से नाराज पूर्व सैनिक ने पड़ोसी देश को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है, ताकि वे दोबारा ऐसा करने की हिम्मत न कर सकें। वहीं, माजिद के परिवार के साथ खड़े होने और उसकी शहादत पर गर्व करने के लिए सैकड़ों लोग और रिश्तेदार माजिद के घर पहुंचे। माजिद की पत्नी ने कहा कि उन्होंने अगले कुछ दिनों में घर आने के बारे में बताया था लेकिन उनकी शहादत की खबर ने झकझोर कर रख दिया है।
माजिद ने आखिरी बार पत्नी से की थी बात
Story of Rajouri Encounter Abdul Majid: माजिद की पत्नी ने कहा- अभी एक दिन पहले उसने मुझे फोन किया और कहा कि वह जल्द ही घर आएगा। मैंने कल उसे कई बार फोन किया लेकिन उसका मोबाइल बंद था। शाम को, सेना ने मुझे बताया कि वह एक मुठभेड़ में घायल हो गया है और अस्पताल में है. फिर शहादत की खबर आई। सुनील कुमार शर्मा (नायब सरपंच अजोट गांव) ने कहा कि पूरे इलाके को माजिद पर गर्व है। उन्होंने कहा- हमारे बहादुर जवान ने कालाकोट में मुठभेड़ में शहादत हासिल की है। पूरे क्षेत्र को उनकी शहादत पर गर्व है। पाकिस्तान यहां हर रोज शरारतें कर रहा है और निर्दोष लोगों की हत्या कर रहा है। पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाना चाहिए ताकि वे ऐसी हरकतें दोहराने की हिम्मत न कर सकें।
बता दें कि बुधवार की मुठभेड़ में शहीद होने वालों में कर्नाटक के रहने वाले 63 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन एमवी प्रांजल, उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले स्पेशल फोर्स के कैप्टन शुभम, पुंछ के रहने वाले स्पेशल फोर्स के हवलदार अब्दुल माजिद शामिल हैं। इसके अलावा जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड के लांस नायक संजय बिष्ट शामिल ने दी अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
सर्वे फॉर्म: छत्तीसगढ़ में किसकी बनेगी सरकार, कौन बनेगा सीएम? इस लिंक पर क्लिक करके आप भी दें अपना मत
सर्वे फॉर्म: मध्यप्रदेश में किसकी बनेगी सरकार, कौन बनेगा सीएम? इस लिंक पर क्लिक करके आप भी दें अपना मत
देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक
Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

Facebook



