कोडीन सिरप गिरोह को लेकर अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री के बीच जुबानी जंग छिड़ी
कोडीन सिरप गिरोह को लेकर अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री के बीच जुबानी जंग छिड़ी
लखनऊ, 19 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कथित कोडीन-आधारित कफ सिरप गिरोह को लेकर राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई, जिसमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एक तस्वीर के ज़रिए सपा प्रमुख को कथित आरोपियों से जोड़कर पलटवार किया।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा मीडिया को दिए गए बयान को साझा किया और ड्रग्स के दुरुपयोग की सरकार की जांच का मज़ाक उड़ाया।
यादव ने लिखा, ‘‘नशाख़ोरी की जांच के लिए ‘सिरप टॉस्क फोर्स’ मतलब एसटीएफ के साथ-साथ जीटीएफ भी बना दीजिए… बाकी जनता समझदार है। भाजपाइयों के चेहरों पर हवाइयां क्यों उड़ी हुई हैं? कोडीन कफ सिरप की सच्चाई ये जानते हैं तभी ख़ुद नहीं पी, इसीलिए बीच में किसी को खांसी भी आ गयी।’’
हालांकि, यादव ने ‘जीटीएफ’ का मतलब नहीं समझाया
यादव की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को पत्रकारों को एक सोशल मीडिया पोस्ट दिखाया जिसमें सपा प्रमुख कथित तौर पर कफ सिरप मामले से जुड़े लोगों के साथ एक तस्वीर में नजर आये।
पाठक ने कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी प्रमुख के साथ खड़े दिख रहे ये लोग वही हैं जो कफ सिरप रैकेट में आरोपी हैं। वे जवाबदेही से बचने की कोशिश करते हुए दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि मामले की जारी जांच से तथ्य साफ हो जाएंगे।
पाठक ने कहा, ‘‘हमारी सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि जिन ताकतों ने ‘‘राज्य को माफिया राज और अराजकता की ओर धकेला’’ उन्हें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
पाठक ने यह भी मांग की कि समाजवादी पार्टी तस्वीर में उन व्यक्तियों की मौजूदगी को स्पष्ट करे, यह दावा करते हुए कि वे पार्टी के सदस्य थे जो सपा के कार्यकाल के दौरान फले-फूले थे।
यह जुबानी जंग राज्य में कोडीन-आधारित कफ सिरप के भंडारण और वितरण में शामिल एक कथित अवैध नेटवर्क पर जारी कार्रवाई के बीच हुई है।
भाषा जफर शफीक
शफीक

Facebook



