bye election : उत्तरप्रदेश- समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। चाचा और “सपा” के विधायक शिवपाल यादव और “सुभासपा” के प्रमुख ओपी राजभर का पार्टी से दूर होने के बाद अखिलेश तो मानों अकेले हो गए है। वहीं बीते विधानसभा चुनावो के बाद लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। जैसा की हम सभी को ज्ञात है कि उत्तरप्रदेश की दो विधानपरिषद की सीटों पर उपचुनाव होना है लेकिन चुनाव से पहले ही अखिलेश ने अपने हाथ उठा लिए है। अखिलेश ने कहा है कि “सपा” इस दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी क्योंकि “सपा” के पास इस सीटों को जीतने के लिए पर्याप्त वोट नहीं है, जिसके चलते अखिलेश यादव ने उप चुनाव पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला लिया है। वहीं अगर सच में ऐसा हुआ कि “सपा” की ओर से कोई चुनावी मैदान में नहीं उतरेगा तो दो सीटों पर होने वाला विधानपरिषद चुनावी युद्ध में भाजपा की जीत एकदम तय मानी जा रही है। वहीं देखे तो “सुभासपा” के प्रमुख राजभर अपने बेटे अरविंद राजभर को विधान परिषद भेजने की योजना बना रहे है। वहीं भाजपा जल्द ही दोनों विधानपरिषद सीटों पर अपने उम्मीदवारों का नाम तय कर देगी।〈 >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<< 〉
bye election : जानकारी के लिए बता दें कि उत्तरप्रदेश में विधानपरिषद की वर्तमान में 8 सीटें खाली है। इनमें से 06 सीटों पर सदस्यों का फैसला माननीय राज्यपाल के द्वारा किया जाएगा। वहीं रही दो सीट, तो उन पर चुनाव के माध्यम से फैसला होगा। इस दोनों सीटों के लिए चुनावी प्रकिया शुरू हो चुकी है। दोनों सीटों पर 11 अगस्त को मनदान प्रकिया होगी। वहीं अगर देखा जाए तो इस दोनों सीटों पर उम्मीदवारी के लिए भाजपा के कई दिग्गज सामने आ रहे है। वहीं “सुभासपा” के नेताओं का मानना है कि भाजपा अपने कोटे से अरविंद राजभर को विधानपरिषद भेज सकती है। क्योंकि अगर भाजपा ऐसा करती है तो राजभर और भाजपा की दूरियां पूरी तरह से खत्म हो जाएगी क्योंकि सुभासपा ने “सपा” से पहले ही सब नाते तोड़ दिए है।
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2 hours ago