UP News: सीएम योगी ने दिए गोली मारने के निर्देश, इलाके का हवाई सर्वे करने के बाद लिया बड़ा फैसला

Bahraich News : भेड़िया पकड़ा जाए तो ठीक है, वरना गोली मार दीजिए: योगी आदित्यनाथ

UP News: सीएम योगी ने दिए गोली मारने के निर्देश, इलाके का हवाई सर्वे करने के बाद लिया बड़ा फैसला
Modified Date: September 27, 2025 / 09:52 pm IST
Published Date: September 27, 2025 8:19 pm IST
HIGHLIGHTS
  • टीम शूटर बुलाकर उसे मारने की कार्रवाई करे : CM Yogi
  • बहराइच में भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे वन्यजीवों से सावधान
  • सरकार की ओर से दरवाजा लगवाने की व्यवस्था कराएं
  • परिजनों को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये की सहायता

बहराइच/लखनऊ: Bahraich News, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बहराइच के भेड़िया प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कहा कि भेड़िया पकड़ा जाए तो ठीक, वरना गोली मार दीजिए। योगी आदित्यनाथ शनिवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष से पीड़ित ग्रामीणों के साथ ग्रामसभा मंझारा, तौकली, कैसरगंज में संवाद किया।

मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद हर पीड़ित से मुलाकात की और उनका दर्द जाना। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के बीच फल एवं राहत सामग्री वितरित की और बच्चों को चॉकलेट भी दिया। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार आपकी हर पी़ड़ा और कष्ट में साथ खड़ी है।

टीम शूटर बुलाकर उसे मारने की कार्रवाई करे

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ कोशिश की जाए कि भेड़िया पकड़ा जाए। यदि वह पकड़ लिया जाता है तो ठीक, वरना वन विभाग की टीम शूटर बुलाकर उसे मारने की कार्रवाई करे। उससे लोगों को मुक्ति मिलनी चाहिए।’’ मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार आपकी पीड़ा-कष्ट में सदैव खड़ी है। उन्होंने प्रशासन से कहा कि घायलों के उपचार की व्यवस्था करें। साथ ही सांसद, विधायक के माध्यम से इनके परिवारों को तत्काल 50-50 हजार रुपये उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

 ⁠

उन्होंने कहा कि पिछली बार महसी क्षेत्र इसके आतंक से त्रस्त था, उस समय वहां से छह भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर में भेजा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आतंक इस बार कैसरगंज में दिख रहा है, यहां के लोगों को भी जल्द इससे राहत मिलेगी।

बहराइच में भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे वन्यजीवों से सावधान

योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों से मुलाकात के उपरांत कहा कि घाघरा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बरसात में अक्सर बहराइच में भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे वन्यजीवों से सावधान होना पड़ता है, खासकर जब नदी का जलस्तर ऊपर होता है और इन वन्यजीवों की मांद में पानी घुस जाता है तो वे बाहर निकलकर मानव बस्ती की तरफ आते हैं और छोटे बच्चों एवं कमजोर लोगों पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने मानववन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखकर पीड़ितों परिवारों को सहायता के दायरे में लाया है।

परिजनों को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये की सहायता

उनका कहना है कि परिवार का सदस्य खोने वाले परिजनों को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये की सहायता दी जाती है। वन्यजीवों से बचाव के लिए प्रभावी कदम भी उठाए जाते हैं। घायलों का उपचार एवं आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

मुख्यमंत्री के अनुसार यहां पिछले कुछ दिनों से यह आतंक देखने को मिला है। घाघरा का जलस्तर बढ़ने पर नौ एवं 10 सितंबर की रात्रि से इस क्षेत्र में भय-दहशत का माहौल है। सरकार ने पूरे क्षेत्र में 21 कार्यबल गठित किया है। इसमें ग्राम रोजगार सेवक, पंचायत सहायक, सफाई कर्मचारी, ग्राम पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी व ग्राम चौकीदार आदि शामिल हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कार्यबल गांवों में जनजागरण के साथ-साथ वन्य जीवों से बचाव के बारे में आवश्यक उपाय कर रही है।

सरकार की ओर से दरवाजा लगवाने की व्यवस्था कराएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि मृत बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी गई है। उन्होंने प्रशासन से कहा कि जिनके पास पक्का मकान नहीं है, उन्हें मकान दें। जिन मकानों में दरवाजा नहीं है, वहां सरकार की ओर से दरवाजा लगवाने की व्यवस्था कराएं। जिन घरों में शौचालय नहीं बन पाया है, वहां तत्काल उसका निर्माण करें।

read more:  दिल्ली पुलिस ने 47 लाख रुपये की शेयर धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया, दो आरोपी गिरफ्तार

read more:  राहुल गांधी को धमकी देने वाले के खिलाफ केरल सरकार और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की: वीडी सतीशन


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com