बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन, दोषी अधिकारियों को दंडित करने की मांग

बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन, दोषी अधिकारियों को दंडित करने की मांग

Modified Date: April 5, 2022 / 07:33 pm IST
Published Date: April 5, 2022 7:33 pm IST

बलिया (उप्र), पांच अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में कक्षा 12वीं के अंग्रेजी विषय के प्रश्नपत्र लीक मामले में तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में पत्रकारों ने जमकर प्रदर्शन किया और उनकी रिहाई नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया।

संयुक्त पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को जिला मुख्‍यालय पर प्रदर्शन कर पत्रकारों ने प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार तीनों पत्रकारों को तत्काल रिहा करने व इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी अधिकारियों को दंडित करने की मांग उठायी।

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को लेकर पत्रकारों में आक्रोश है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।

 ⁠

प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में तीन पत्रकारों अजीत कुमार ओझा, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हालांकि, पुलिस अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर सकी कि इस मामले में गिरफ्तार किये गये पत्रकारों की क्या भूमिका है।

बलिया श्रमजीवी पत्रकार यूनियन, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन सहित विभिन्न पत्रकार संगठनों ने इस मामले में जिला प्रशासन के विरुद्ध संघर्ष का शंखनाद करते हुए संयुक्त पत्रकार संघर्ष समिति गठित की है। समिति के बैनर तले जिला मुख्यालय से लेकर तहसील व ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार सोमवार को बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय के टाउन हॉल के प्रांगण में जुटे और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन व सभा भी की।

इस दौरान सभी पत्रकार संगठनों के पदाधिकारियों व पत्रकार नेताओं ने जिला प्रशासन पर मीडिया का दमन करने का आरोप लगाया।

आंदोलन की अगुवाई करते हुए बलिया श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष अनूप कुमार हेमकर ने कहा कि पत्रकारों ने समाज के सजग प्रहरी होने के दायित्व का निर्वहन करते हुए प्रश्नपत्र लीक होने के मामले को प्रमुखता से अपने समाचार पत्र में प्रकाशित किया तो इससे बौखलाए प्रशासन ने पत्रकारों को ही गिरफ्तार करा दिया।

कार्यक्रम में पत्रकारों ने गिरफ्तार पत्रकारों की रिहाई तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय किया। समिति ने कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी राहुल यादव को सौंपा। ज्ञापन में तीनों पत्रकारों को तत्काल रिहा करने व इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी अधिकारियों को दंडित करने की मांग की गई है।

उधर, गिरफ्तार पत्रकार अजीत कुमार ओझा ने सोमवार को बलिया न्यायालय में पेशी के दौरान एक बार फिर जिला प्रशासन पर निशाना साधा। ओझा ने कहा कि प्रशासन सच का गला घोंटने का प्रयास कर रहा है और लेकिन वह प्रशासनिक ज्यादती के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेंगे।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित बोर्ड परीक्षा में कक्षा 12वीं के अंग्रेजी विषय के प्रश्नपत्र लीक मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य साजिशकर्ता स्कूल प्रबंधक समेत करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, परीक्षा का प्रश्नपत्र एक निजी इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह ने लीक किया था, जिसे रविवार को गिरफ्तार किया गया।

बयान में कहा गया है, ”महाराजी देवी स्मारक इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह ने कंप्यूटर से संबंधित दुकान चलाने वाले राजीव प्रजापति के साथ मिलकर कॉलेज में रखे प्रश्नपत्र को लीक कर दिया।”

हालांकि, पुलिस अभी तक स्पष्ट नहीं कर सकी है कि प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार किये गये पत्रकारों की क्या भूमिका थी।

प्रश्नपत्र लीक होने के चलते बुधवार को बलिया समेत 24 जिलों में परीक्षा रद्द कर दी गई थी।

भाषा सं आनन्द राजकुमार शफीक

शफीक


लेखक के बारे में