मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए मांगा राजदूतों का सहयोग

मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए मांगा राजदूतों का सहयोग

मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए मांगा राजदूतों का सहयोग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:56 pm IST
Published Date: October 17, 2022 11:28 pm IST

लखनऊ, 17 अक्टूबर (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 15 राष्ट्रों में तैनात भारत के राजदूतों से भेंट की और अगले वर्ष फरवरी में आयोजित होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने में सहयोग मांगा।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने 15 देशों में तैनात भारत के राजदूतों से मुलाकात की इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष 10-12 फरवरी को ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ के आयोजन में राजदूतों से सहयोग की अपेक्षा है।

उन्होंने कहा कि यह तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अभूतपूर्व, ऐतिहासिक और नए ‘उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान’ देने वाली होगी। यह समिट वर्ष 2023 तक प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगी।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राजदूत दूसरे देशों में भारत के ब्रांड एम्बेसडर हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर भारत की मजबूत स्थिति है, इसमें राजदूतों का अहम योगदान है।

विकास की दौड़ में पिछड़े आठ आकांक्षात्मक जिलों के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का अवलोकन कर राजधानी आए इन वरिष्ठ राजनयिकों ने अपने भ्रमण के अनुभवों को मुख्यमंत्री से साझा किया और प्रदेश के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए।

राजदूतों ने बहराइच और फतेहपुर के अपने भ्रमण के अनुभवों को अविस्मरणीय बताया। साथ ही वहां स्कूलों में बच्चों से बातचीत साफ-सफाई, गांव में अमृत सरोवर, लैंगिक समानता आदि के प्रयासों को सुखद बताया।

आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए ‘ट्रिपल टी’ का मंत्र दिया है। ट्रिपल टी यानी ‘ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म’। उत्तर प्रदेश इन मंत्रों को आत्मसात कर लगातार आगे बढ़ रहा है।

भाषा सलीम संतोष

संतोष


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