अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश), 24 मई (भाषा) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में शोध पत्र जमा करने के नाम पर वरिष्ठ सुपरवाइजर द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित किए जाने के कारण एक शोध छात्रा के आत्महत्या का प्रयास करने के मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित की गई है। एएमयू के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एएमयू के प्रवक्ता उमर पीरजादा ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कुलपति तारिक मंसूर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सांख्यिकी विभाग के प्रोफेसर काजी मजहर अली और गणित विभाग की प्रोफेसर सुबूही खान की सदस्यता वाली एक जांच समिति गठित कर उसे तीन दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है।
एएमयू के अधिकारियों के मुताबिक नबीला खानम नामक एक शोध छात्रा ने पिछले रविवार को नींद की गोलियां खाकर कथित रूप से आत्महत्या का प्रयास किया था। उसे गंभीर हालत में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छात्रा की हालत अब खतरे से बाहर बताई जाती है।
पीरजादा ने बताया कि खानम ने कुलपति से की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि उसके शोध सुपरवाइजर और सह सुपरवाइजर शोध पत्र जमा करने के नाम पर उसे प्रताड़ित कर रहे थे।
भाषा सं सलीम मनीषा सुरभि
सुरभि
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