बहराइच में कथावाचक को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देने के मामले में डीजीपी ने एसपी से मांगा स्पष्टीकरण

बहराइच में कथावाचक को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देने के मामले में डीजीपी ने एसपी से मांगा स्पष्टीकरण

बहराइच में कथावाचक को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देने के मामले में डीजीपी ने एसपी से मांगा स्पष्टीकरण
Modified Date: December 19, 2025 / 10:54 am IST
Published Date: December 19, 2025 10:54 am IST

बहराइच/लखनऊ (उप्र), 19 दिसंबर (भाषा) बहराइच पुलिस लाइन में भागवत कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को पुलिस की ओर से ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) राम नयन सिंह से स्पष्टीकरण मांगा है।

बहराइच पुलिस लाइन में नवंबर में पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण के दौरान भागवत कथा का आयोजन किया गया था, जिसमें वृंदावन के कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को आमंत्रित किया गया था।

कार्यक्रम के दौरान एक अवसर पर पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में कथावाचक को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।

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कार्यक्रम के एक माह से अधिक समय बाद बृहस्पतिवार को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला चर्चा में आया।

वीडियो को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर सवाल उठाए, जिसके बाद पक्ष और विपक्ष में प्रतिक्रियाएं आने लगीं।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जब पूरा पुलिस महकमा सलामी में व्यस्त रहेगा, तो प्रदेश का अपराधी मस्त रहेगा। उत्तर प्रदेश में पुलिस अपने काम में नाकाम है। जो उसका असली काम है, वह नहीं कर रही, बल्कि अपनी सीमित क्षमताओं को दूसरी जगह व्यर्थ कर रही है।’’

यादव ने कहा, ‘‘भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) राज में उत्तर प्रदेश में पनप रहे बेतहाशा अपराध और माफिया राज पर लगाम लगाने के बजाय सलाम-सलाम का खेल खेला जा रहा है।’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इस घटना का संज्ञान लेने वाला कोई है या वह भी परेड में शामिल है? भाजपा जाए, तभी पुलिस सही काम में लग पाए।’’

चंद्रशेखर आजाद ने इसे संवैधानिक मूल्यों से जुड़ा मुद्दा बताते हुए ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिए जाने पर आपत्ति जताई।

सपा प्रमुख की प्रतिक्रिया के कुछ घंटों बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जनपद बहराइच में आयोजित एक कार्यक्रम में पुलिस परेड ग्राउंड के अनधिकृत उपयोग का पुलिस महानिदेशक (राजीव कृष्ण) द्वारा संज्ञान लिया गया है।’’

पोस्ट में कहा गया, ‘‘पुलिस परेड ग्राउंड का उपयोग केवल पुलिस प्रशिक्षण, अनुशासन और आधिकारिक समारोहों के लिए निर्धारित मानकों के अनुसार किया जाना अनिवार्य है। निर्धारित मानकों के उल्लंघन के दृष्टिगत संबंधित पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।’’

वायरल वीडियो में कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को बहराइच पुलिस लाइन में लाल कालीन पर चलते हुए, पुलिस परेड के दौरान सलामी लेते हुए और मंच से संबोधित करते हुए देखा जा सकता है।

मामले के तूल पकड़ने के बाद बहराइच जिला पुलिस के मीडिया प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि पुलिस प्रशिक्षण के दौरान कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य व मनोबल को सुदृढ़ बनाए रखने के उद्देश्य से योग, ध्यान और प्रेरणादायी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

इसमें कहा गया कि इसी क्रम में पुंडरीक गोस्वामी को नैतिक उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया गया था, जो प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणास्पद रहा।

भाषा सं आनन्द

शोभना खारी

खारी


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