लखनऊ विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी को धमकाने के आरोप में भाजपा नेता खिलाफ प्राथमिकी

लखनऊ विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी को धमकाने के आरोप में भाजपा नेता खिलाफ प्राथमिकी

लखनऊ विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी को धमकाने के आरोप में भाजपा नेता खिलाफ प्राथमिकी
Modified Date: June 10, 2025 / 10:24 am IST
Published Date: June 10, 2025 10:24 am IST

बलिया (उप्र), 10 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता के खिलाफ लखनऊ विश्वविद्यालय के एक दलित शोधार्थी को फोन पर धमकाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय में दलित शोधार्थी और तुर्तीपार गांव के निवासी दीपक कन्नौजिया की शिकायत पर सोमवार देर रात को उभांव थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।

शिकायती प्रार्थना पत्र का हवाला देते हुए पुलिस ने कहा कि भाजपा नेता और खंड प्रमुख आलोक सिंह ने कथित तौर पर 21 मई को कन्नौजिया को फोन किया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया, उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया तथा जान से मारने की धमकी दी।

 ⁠

सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे और राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर के करीबी रिश्तेदार हैं।

शिकायतकर्ता ने दावा किया कि सिंह ने इस दौरान कहा, ‘‘अगर आप चाहें तो इस बातचीत को रिकॉर्ड कर लें। मैं प्रशासन या उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था से नहीं डरता।’’

कन्नौजिया ने आरोप लगाया कि सिंह की उनके परिवार से पुरानी राजनीतिक दुश्मनी है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार प्रताड़ित किए जाने के कारण उनके पिता कमलेश कन्नौजिया की 31 अक्टूबर 2024 को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।

उन्होंने यह भी आशंका जताई कि सिंह गांव में अकेली रहने वाली उनकी मां की हत्या करवा सकते हैं।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने मंगलवार को बताया कि घटना से संबंधित एक ऑडियो क्लिप हाल में सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई थी।

रसड़ा क्षेत्राधिकारी आलोक गुप्ता ने प्रारंभिक जांच की, जिसके बाद नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई।

अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा के बिल्थरा रोड क्षेत्र के अध्यक्ष अरुण कांत तिवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से पुष्टि की कि आलोक सिंह भाजपा से जुड़े हैं और नीरज शेखर के करीबी रिश्तेदार हैं।

भाषा सं जफर वैभव सुरभि

सुरभि


लेखक के बारे में